दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला डीसी शशि रंजन ने शुक्रवार को नक्सल प्रभावित रायडीह प्रखंड स्थित सुरसांग पंचायत के करंजकुरा व पोढ़ोटोली गांव का भ्रमण किया. डीसी करंजकुरा तक गाड़ी से पहुंचे. साथ में जिला व प्रखंड के कई अधिकारी थे. करंजकुरा गांव के बाद डीसी पोढ़ोटोली गांव पैदल पहुंचे. आने-जाने में दो किमी का सफर डीसी ने पैदल तय किया. पोढ़ोटोली गांव तक जाने के लिए सड़क नहीं है. डीसी सहित सभी अधिकारी पगडंडी व खेत से होकर गांव पहुंचे. गांव की समस्याओं से अवगत हुए.
ग्रामीणों ने गांव में सड़क बनाने व चापानल बनवाने की मांग की. समस्या देखने के बाद डीसी ने कहा कि चुआं में सालों भर पानी रहता है. यहां पास एक चापानल लगाने से लोगों को शुद्ध पानी मिलेगा. इसके लिए उन्होंने पहल कर चापानल लगाने का वादा किया. इसके अलावा आसपास के कई गांव के लोगों ने डीसी को गांव की समस्याओं के अलावा व्यक्तिगत समस्या से संबंधित ज्ञापन सौंपकर उन समस्याओं को दूर करने की मांग की. ज्ञापन प्राप्त करने के बाद डीसी ने समस्या के समाधान का वादा किया है.
सिमडेगा सिमान तक सड़क निर्माण की मांग
सुरसांग गांव के ग्रामीणों ने डीसी को ज्ञापन सौंपकर झलियाबंध से सिमडेगा सिमान तक सड़क निर्माण कराने की मांग की है. ज्ञापन में कहा है कि झलियाबंध पंचायत कोब्जा से दो किमी सिमडेगा सिमान तक रोड निर्माण अति आवश्यक है. इस सड़क निर्माण से रायडीह प्रखंड से सिमडेगा की दूरी 50 किमी घट जायेगी. यह रोड दो प्रखंडों, दो थानों, पाकरटाड़ ब्लॉक, थाना को जोड़ने का काम करेगी. इस सड़क के बनने से छत्तीसगढ़ भाया हीरादह, भिंजपुर, कोब्जा, सुरसांग थाना के तहत सभी गांव टोले लाभांवित होकर सड़क मार्ग का उपयोग करेंगे. ज्ञापन सौंपने वालो में सच्चिदानंद पंडा, वासुदेव सिंह सहित दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षर शामिल थे.
एक किमी सड़क बनाने की मांग
सुरसांग गांव के ग्रामीणों ने डीसी को ज्ञापन सौंपकर सुरसांग भैंसाटांगर से सुरसांग थाना तक सड़क निर्माण कराने की मांग की है. ज्ञापन में कहा है कि सुरसांग भैंसाटांगर से सुरसांग थाना तक एक किमी सड़क की काफी आवश्यकता है. वर्तमान सड़क बरसात के समय चलने लायक नहीं रह जाती है. इस सड़क के बनने से थाना, सुरसांग बाजारटांड, स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचने में काफी आसानी होगी. ज्ञापन सौंपने वालो में बालमुकुंद सिंह, हरिनाथ सिंह सहित दर्जनों ग्रामीणों के हस्ताक्षर अंकित हैं.