नयी दिल्ली : लगातार हिट फिल्मों में काम करने और राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने के बाद अभिनेता विकी कौशल चार साल पहले सिनेमा जगत में अपनी शुरूआत को याद करते हुए कहते हैं कि उनकी सफलता का पूरा श्रेय नवोदित निर्देशकों को जाता है.
नवोदित निर्देशक नीरज घेवान की पहली फिल्म “मसान” से 2015 में फिल्म जगत में पदार्पण करने वाले कौशल कहते हैं कि कोई भी फिल्म अभिनेता और फिल्मकार दोनों के लिए नयी चुनौती जैसी होती है.
उन्होंने बाद मे कई अनुभवी निर्देशकों के साथ काम किया और आदित्य धर की “उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक” के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला. विकी ने इंटरव्यू में कहा, “मैं अपने करियर का श्रेय नये निर्देशकों को देता हूं इसलिए मुझे नए लोगों के साथ काम करने की आदत है.”
उन्होंने कहा, “मैं भी एक समय पर यहां नया था. मुझे काम करते हुए केवल चार साल हुए हैं। मैं कोई दिग्गज अभिनेता नहीं हूं. मैं उस फिल्म के निर्देशक की तरह ही नया हूं। हमें पटकथा के अनुसार काम करना होता है. मैं हर फिल्म उसी उत्साह के साथ करने की कोशिश करता हूं जिस उत्साह के साथ मैंने अपनी पहली फिल्म की थी. ”
अपनी आगामी फिल्म “भूत: द हॉंटेड शिप” में भी वह नवोदित निर्देशक भानु प्रताप सिंह के साथ काम कर रहे हैं. भानु ने “हम्पटी शर्मा की दुल्हनिया”(2014) में बतौर सहायक निर्देशक काम किया था. पिछले दो सालों मे विकी सफलताओं की सीढ़ियां चढ़ते गए और अब वह पीछे देखने के मूड में नहीं है.
“भूत” की रिलीज के बाद विकी “तख्त” की तैयारियों में जुट जाएंगे. फिल्म “भूत- द हॉंटेड शिप” में भूमि पेडनेकर और आशुतोष राणा भी नजर आएंगे. फिल्म शुक्रवार को सिनेमाघरों में आएगी.