वेलिंगटन : भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप को आईसीसी की सभी प्रतियोगिताओं में सबसे बड़ी स्पर्धा करार दिया.
खेल की शीर्ष संचालन संस्था 2023-2031 तक अगले आठ साल के चक्र के दौरान ज्यादा से ज्यादा सफेद गेंद के टूर्नामेंट जोड़ने की योजना बना रही है. आईसीसी के प्रस्तावित 2023-2031 भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) चक्र के अनुसार 2024 और 2028 में टी20 चैम्पियंस कप, 2025 और 2029 में वनडे चैम्पियंस कप, 2026 और 2030 में टी20 विश्व कप तथा 2027 और 2031 में वनडे विश्व कप निर्धारित किया गया है.
भारतीय कप्तान ने शुक्रवार से न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू होने वाले पहले टेस्ट से पूर्व कहा, मुझे लगता है कि आईसीसी टूर्नामेंट में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप को सबसे शिखर पर होना चाहिए. मेरे लिये सभी अन्य टूर्नामेंट इसके बाद आते हैं. यह शायद इन सभी में सबसे बड़ा है क्योंकि हर टीम लार्ड्स में होने वाले फाइनल में जगह बनाना चाहती है.
हम भी अलग नहीं हैं. उन्होंने कहा, हम इसके करीब हैं. हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम जल्द से जल्द इसमें क्वालीफाई कर जायें और हमारा ध्यान क्वालीफाई करने के बजाय उस चैम्पियनशिप को जीतने पर लगा हो.
इसमें कोई शक नहीं कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप ने पारंपरिक प्रारूप में थोड़ी प्रतिद्वंद्विता ला दी है जिससे मुकाबले और अधिक रोमांचक हो गये हैं क्योंकि इसमें अंक दिये जाते हैं. कोहली ने कहा, इसने टेस्ट क्रिकेट को और अधिक रोमांचक बना दिया है और हमने ऐसा ही अनुभव किया है, हालांकि हमने ज्यादा मैच विदेशी सरजमीं पर नहीं खेले हैं.
वेस्टइंडीज में दो मैच ही खेले हैं. हमने टेस्ट चैम्पियशिप के नाते ऑस्ट्रेलिया का दौरा नहीं किया है. यह घरेलू सत्र शुरू होने के बाद से हमारा पहला दौरा है. कप्तान को उम्मीद है कि दो टेस्ट मैचों की शृंखला काफी चुनौतीपूर्ण होगी जैसी हाल में इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुई थी.
उन्होंने कहा, मैच टक्कर के होंगे और टीमें ड्रॉ के बजाय जीत हासिल करना चाहेंगी जो टेस्ट क्रिकेट में हमें देखने की जरूरत है. दक्षिण अफ्रीका बनाम इंग्लैंड शृंखला काफी रोमांचक रही थी. इंग्लैंड ने केप टाउन टेस्ट में अंतिम घंटे में मैच जीता था और आपको ऐसे ही कई नतीजे देखने को मिलेंगे क्योंकि इसमें काफी अंक दांव पर होंगे.