जमुई : बिहार के जमुई में चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के गीताधाम में बीते वर्ष 2018 में फेरी वाले की हत्या कर पुलिस को ट्रैप करने के लिए शव के नीचे बम लगा दिया गया था. उक्त मामला में संलिप्त रहे हार्डकोर नक्सली किशुन हेम्ब्रम को उसके घर से पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस बाबत जानकारी देते हुए अभियान एएसपी सुधांशु कुमार ने बताया कि नक्सली किशुन हेंब्रम को सोनो थाना क्षेत्र के सिद्धेश्वरी गांव स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया है.
फरार चल रहा था किशुन हेंब्रम
एएसपी सुधांशु कुमार ने बताया कि उक्त घटना के बाद से नक्सली किशुन हेंब्रम फरार चल रहा था. गुप्त सूचना मिली कि वह अपने घर आया हुआ है. सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम गठित कर घेराबंदी के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि किशुन हेंब्रम के खिलाफ चंद्रमंडी थाना में दो नक्सली मामला दर्ज हैं. उक्त कांड में पुलिस अर्जुन हेंब्रम और कविता राणा को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. छापेमारी अभियान में नक्सल ऑपरेशन सेल की टीम, सीआरपीएफ, एसएसबी,एसटीएफ के अलावे चंद्रमंडीह और झाझा पुलिस के जवान शामिल थे.
नक्सलियों ने 2018 में पुलिस को ट्रेप करने का किया था प्रयास
बताते चलें कि वर्ष 2018 के अगस्त महीने में गीताधाम जंगल में नक्सलियों ने एक व्यक्ति की हत्या कर शव के नीचे बम रख दिया था. शव को उठाते ही बम ब्लास्ट होने पर तत्कालीन थानाध्यक्ष हेमंत कुमार और एसआई नारायण ठाकुर घायल हो गये थे. नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर उक्त फेरीवाला की हत्या कर उसके बाइक को आग हवाले कर दिया था.
गिरफ्तारी के विरोध में झाझा थाना पहुंचे थे ग्रामीण
किशुन की गिरफ्तारी के विरोध में बड़ी संख्या में परंपरागत हथियारों के साथ सिद्धेश्वरी गांव के ग्रामीण झाझा थाना पहुंच कर उसे निर्दोष बताते हुए छोड़ने की मांग कर रहे थे. उसके बाद झाझा थानाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान के समझाने पर ग्रामीण शांत होकर वापस लौट गये.