नयी दिल्ली : निर्भया मामले के दोषियों को तीन मार्च को फांसी देने के अदालती आदेश का स्वागत करते हुए कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि इन लोगों की सजा देश में महिला विरोधी अपराधों को रोकने में मील का पत्थर साबित होगी. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि निर्भया इस देश में एक तरफ महिला उत्पीड़न और उसके बाद महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बन गयी है. कांग्रेस ने उस जघन्य घटना के बाद कानून बदलने, महिला सुरक्षा के लिए निर्णायक कदम उठाने और देश-समाज को एक नया रास्ता दिखाने के महत्वपूर्ण निर्णय किये थे.
उन्होंने कहा कि निर्भया का फैसला और दोषियों की सजा हर उस व्यक्ति के लिए चेतावनी है, जो इस देश की महिलाओं और बेटियों, उनके साथ किसी प्रकार का अपराध करने के बारे में स्वप्न में सोचता भी है. यह महिला विरोधी अपराधों को रोकने में मील का पत्थर साबित होगा. इसके साथ ही, पूर्व गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने कहा कि सरकार को यह प्रयास करना चाहिए कि ऐसे जघन्य मामलों में न्याय मिलने में विलंब नहीं हो.
दरअसल, दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्याकांड के चार दोषियों को तीन मार्च सुबह छह बजे फांसी देने के लिए नया डेथ वारंट जारी किया. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा ने चारों दोषियों में शामिल मुकेश कुमार सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय कुमार शर्मा (26) और अक्षय कुमार (31) को फांसी देने के लिए यह डेथ वारंट जारी किया है.