– देश के 16 राज्यों के चित्रकारों ने लिया भाग
महुआडांड़ : नेतहारट में 10 से 15 फरवरी तक आयोजित प्रथम राष्ट्रीय आदिवासी एवं लोक चित्रकला शिविर का समापन शनिवार हुआ. समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग तथा परिवहन विभाग मंत्री चंपई सोरेन ने भाग लिया. मौके पर उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक आयोजन था.
उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासी लोक चित्रकला को संरक्षित करेगी. उन्होंने इस शिविर में पहुंचे. देश के 16 राज्यों से पहुंचे सभी लोक चित्रकारों को यहां पहुंचने एवं नेतरहाट को आदिवासी चित्रकारी में नयी पहचान देने के लिए साधूवाद दिया.
उन्होंने आगे कहा कि सरकार की सोच है कि देश के आदिवासी परंपरा को एक सूत्र एवं आत्मियता से जोड़ा जाए. इसी उदेश्य से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा पहाड़ों की नगरी नेतरहाट में आदिवासी लोक चित्रकारी का प्रथम राष्ट्रीय शिविर का आयोजन किया है. उन्होंने कहा कि इस शिविर में देश के तेलंगना से महाराष्ट्र तक के आदिवासी लोक चित्रकार जुटे एवं एक दूसरे को संस्कृति को जाना व समझा.
उन्होंने कहा कि सरकार प्रत्येक वर्ष ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर आदिवासी लोक चित्रकारी को जोड़कर संरक्षित करने का कार्य करेंगी. नेतरहाट पहाड़ों एवं जंगलों से परिपूर्ण है, ऐसे में चित्रकारों को भी आदिवासी जीवन शैली को अपने जीवंत चित्रकारी में पिरोने का माहौल बन पाया.
उपायुक्त जिशान कमर ने भी इस शिविर में भाग लेने के लिए सभी चित्रकारों को धन्यवाद दिया. मनिका विधायक रामचंद्र सिंह ने इसे एक सफल आयोजन करार दिया. मौके पर सचिव हिमानी पांडेय, आयुक्त विनोद कुमार, आईटीडीए निदेशक बिंदेश्वरी ततमा व जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कंडुलना आदि उपस्थित थे. मौके पर मंत्री सोरेन ने लोक चित्र कलाकारों की चित्रकारी का अवलोकन किया. इससे पहले पारंपरिक आदिवासी लोकनृत्य व गीत प्रस्तुत किया गया.