जहानाबाद : बिहार में जहानाबाद जिले के विष्णुगंज पुलिस चौकी क्षेत्र में काजी सराय गांव के निकट एक ऑटोरिक्शा पर सवार प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. साथ ही उनके कब्जे से हथियार एवं कारतूस बरामद हुआ है. माओवादियों के पास से एक देसी कारबाइन, दो देसी पिस्तौल, 50 कारतूस और नक्सली साहित्य बरामद किये गये हैं. बताया जाता है कि रामेश्वर पड़ोसी राज्य झारखंड के हजारीबाग सहित कई नक्सली कांडों में आरोपित है. पकड़े गये नक्सलियों में भेलावर ओपी क्षेत्र के मई गांव निवासी राम ईश्वर प्रसाद उर्फ रामेश्वर उर्फ राकेश साव, घोसी थाना क्षेत्र के गमहरपुर निवासी जगदीश यादव का पुत्र सुजीत कुमार जबकि तीसरा आरोपित नाबालिग बताया जाता है.
एसपी मनीष ने बताया कि पुलिस को नौ फरवरी की शाम गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति हुलासगंज की तरफ से ऑटो पर सवार होकर आ रहे है तथा विशुनगंज ओपी के काजीसराय एरिया में बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में है. सूचना मिलते ही एएसपी अभियान अयोध्या सिंह, एसएसबी के सहायक कमांडेंट अश्विनी कुमार शुक्ला एवं विशुनगंज ओपी की पुलिस के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित की गयी. गठित टीम ने विशुनगंज ओपी क्षेत्र के काजीसराय के पास नक्सलियों को पकड़ने के लिए वाहन जांच अभियान शुरू किया. इसी क्रम में एक टेंपो को रोकवाया गया. पुलिस को देखते हुए उस पर सवार नक्सली भागने लगे. इस दौरान तीन नक्सली को पुलिस पकड़ने में सफल रही, जबकि एक नक्सली भाग खड़ा हुआ. गिरफ्तार नक्सलियों से कड़ाई से पूछताछ की गयी तथा उनके पास बरामद बैग की जब जांच की गयी, तो उसमें एक देसी कार्रबाइन समेत अन्य हथियार व कारतूस मिले.
गिरफ्तार नक्सलियों ने बताया कि वे प्रद्युम्न शर्मा के साथ संगठन का काम करते थे तथा भट्ठा मालिक एवं संवेदकों से लेवी व अन्य नक्सली कांड में संलिप्त थे. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार राकेश युवाओं को प्रोत्साहित कर संगठन से जोड़ने में अहम भूमिका निभाता था. उस पर कई आपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं. अक्तूबर माह में हजारीबाग के चौपारण में हुई पुलिस मुठभेड़ में यह बच निकला था, तभी से इसकी पुलिस तलाश कर रही थी.