कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार हमेशा ही केंद्र सरकार पर राज्य की उपेक्षा करने का आरोप लगाते आयी है. केंद्र सरकार के खिलाफ राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हमेशा ही फंड नहीं देने सहित कई आरोप भी लगाये हैं. लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ कि राज्य सरकार द्वारा दिये गये अभिभाषण में केंद्र सरकार के खिलाफ एक भी शब्द नहीं था. यह दर्शाता है
कि राज्य सरकार का केंद्र के खिलाफ विरोध करना एक मात्र दिखावा है. वास्तव में दोनों के बीच सांठ-गांठ है. यह बातें शुक्रवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने कही. उन्होंने कहा कि अभिभाषण को लेकर कई तरह की बातें उठ रहीं थी, लेकिन राज्यपाल का अभिभाषण सुन कर ऐसा लगा कि यह ‘गॉट-अप गेम’ है.
क्या राज्य सरकार ने किसी दबाव में अभिभाषण में केंद्र सरकार के खिलाफ कुछ नहीं कहा. केंद्र सरकार ने रेलवे व एलआइसी का निजीकरण करने का फैसला किया है. आश्चर्य की बात है कि राज्य सरकार ने इसका विरोध नहीं किया. लगता है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र सरकार से डर गयी हैं.