कोलकाता : पुस्तक मेले में जैसे-जैसे समय बीत रहा है योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इंडिया के बुक स्टाल नंबर 153 पर परमहंस योगानंद की विश्व प्रसिद्ध पुस्तक ‘ऑटोबायोग्राफी ऑफ अ योगी’ (हिंदी और बांग्ला अनुवाद) और ‘योगी कथामृत’ के अलावा ‘तनाव से छुटकारा कैसे पायें’, ‘हमारे दिवंगत परिजन कहां हैं’, ‘ईश्वर से वार्तालाप कैसे करें’ और ‘दूसरों में परिवर्तन कैसे लायें’ आदि के लिए पाठकों में भारी उत्सुकता देखी जा रही है.
जब से भारत सरकार ने योगदा आश्रम के संस्थापक परमहंस योगानंद पर ताजा डाक टिकट जारी कर योगदा के सहयोग से परमहंस योगानंद की 125वीं वर्षगांठ पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रम करवाया है, लोगों की रुचि योगदा के प्रति और अधिक बढ़ गयी है. इसके अलावा ‘ऑटोबायोग्राफी ऑफ अ योगी’ की 50 से अधिक भाषाओं में हुए अनुवाद (उर्दू और संस्कृत समेत) में भी रुचि देखी जा रही है.
पाठकों की खास रुचि परमहंस जी की गीता व्याख्या का हिंदी अनुवाद ‘ईश्वर- अर्जुन संवाद, श्रीमद्भगवद् गीता’ में भी है. इस वर्ष परमहंस योगानंद की क्रियायोग के प्रचार-प्रसार के कार्यों पर एक अनूठी फोटोग्राफ पुस्तक ‘माई वर्क शैल गो ऑन’ (मेरा काम जारी रहेगा) प्रकाशित हुई है. यह जानकारी योगदा मठ के ब्रह्मचारी श्रेयानंद ने दी.