कांग्रेसजनों ने लिया संविधान की रक्षा का संकल्प
रांची : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि संविधान हमारे देश का सबसे बड़ा कानून है. संविधान की प्रस्तावना में न्याय, अभिव्यक्ति, समानता की आजादी दी गयी है. 15 अगस्त 1947 के पहले छुआछूत की बीमारी थी. संविधान ने अनुच्छेद 17 के माध्यम से अस्पृस्यता समाप्त की. हजारों वर्षों से पिछड़े लोगों के लिए आरक्षण की विशेष व्यवस्था की गयी.
अनुच्छेद 370 ए में सभी भाषाओं को संरक्षण दिया गया और मातृ भाषा में शिक्षा की व्यवस्था दी गयी, ताकि हमारी भाषा बची रही. देश और समाज को अगर समझना है, तो संविधान पढ़ना जरूरी है. अनेकता में एकता को परिभाषित करता है हमारा संविधान. डॉ उरांव रविवार को कांग्रेस भवन में आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे. संगोष्ठी का विषय था संविधान के सिद्धांतों और भाजपा के वर्तमान नीतियों से किस प्रकार संविधान को खतरा है.
डॉ गुलफाम मुजीबी ने कहा कि पूरे देश में घूमकर भाजपा संविधान का मजाक उड़ा रही है. हमारी पार्टी का वही स्टैंड है, जो संविधान में निहित है.
सरकार जो नागरिकता कानून ला रही है, उसमें पूरे देश के मूलवासी के अस्तित्व पर खतरा है, इसे समझने की जरूरत है. अनादि बह्म ने कहा कि वर्तमान में सभी संवैधानिक संस्थाओं पर केंद्र सरकार का हस्तक्षेप व दबाव है. इससे पहले गणतंत्र दिवस पर डॉ उरांव ने ध्वाजारोहण किया. साथ ही कांग्रेसजनों को संविधान की रक्षा का संकल्प दिलाया. मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, राजेश ठाकुर, गोपाल साहू, प्रो वीपी शरण, गोपाल साहू, आलोक कुमार दुबे, रमा खलखो, प्रदीप तुलस्यान, राणा संग्राम सिंह, रमा खलखो, शमशेर आलम, डॉ एम तौसीफ, आभा सिन्हा, अमिताभ रंजन, संजय पांडेय, सुरेश बैठा, मदन मोहन शर्मा, चंचल चटर्जी, अभिलाष साहू, भानू प्रताप बड़ाइक, पूर्णिमा सिंह, प्रेम कुमार, कुमुद रंजन, सुशील वर्मा, जितेंद्र त्रिवेदी समेत कई लोग मौजूद थे.