कटिहार :बिहारके पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राजद नेता तेजस्वी यादव नेकहाकि पूरा देश नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी व एनपीआर के कारण जल रहा है. विश्वविद्यालयों, कॉलेजों के छात्र-युवा सड़कों पर आदोलन कर रहे हैं. देश में तानाशाही की सरकार चल रही है. पिछले 45 वर्षों में सबसे अधिक बेरोजगारी से देश का युवा गुजर रहा है. जब से मोदी की सरकार आयी है. चार करोड़ लोगों की नौकरी, रोजगार छिन गयी है. 20 लाख रोजगार व नौकरी छिनने जा रही है और केंद्र की मोदी सरकार कह रही है सब कुछ ठीक है. यह कैसी सरकार है जो आम लोगों की सुख दुख का ध्यान नहीं रखकर लोगों को परेशान कर रही है.
उक्त बातें प्रतिपक्ष के नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कटिहार के राजेंद्र स्टेडियम में आयोजित प्रतिरोध सभा में कहीं. तेजस्वी के करीब 30 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निशाने पर रहे. तेजस्वी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने देश में काला कानून लाने का काम किया है. एनआरसी, नागरिकता संशोधन कानून व एनपीआर देश को तोड़ने वाला कानून है. जिसका विरोध राजद ने सबसे पहले करने का काम किया है. भाजपा व आरएसएस की सरकार संविधान विरोधी सरकार है. गांधी के हत्यारे देश के लोगों को नागरिकता सिद्ध करने को कह रहे हैं. जिनके पिता, दादा व पूवर्जों ने देश की आजादी के लिए बलिदान देने का काम किया है और गांधी के हत्यारे झूठ, फरेब कर देश की जनता को परेशान करने का काम कर रही है. यह सब बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
तेजस्वी ने सभा में उपस्थित लोगों को कहा बिहार में एनआरसी, एनपीआर किसी किमत पर लागू होने नहीं दिया जायेगा. उन्होंने कहा मां और मुल्क कभी बदले नहीं जाते. भाजपा व आरएसएस इसे बदलने के लिए काला कानून लेकर आयी है. जिसे मरते दम तक लागू नहीं होने दिया जायेगा. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमारको बिहार के लोगों को अश्वसत करना चाहिए कि एनआरसी व एनपीआर बिहार में लागू नहीं होगा. उन्होंने कहा कि एनआरसी का पहला कदम ही एनपीआर है. जनगणना के बहाने सरकार एनपीआर कराने जा रही है. जिसमें एनआरसी से जुड़े कई सवाल जोड़े गये हैं. इसे नीतीश सरकार हटाने के लिए केंद्र सरकार पर दवाब बनाये.
राजद नेता ने कहा कि एनआरसी से सिर्फ मुस्लिम ही नहीं हिंदू सहित पिछड़ा, अति पिछड़ा, आदिवासी, दलितों व अन्य जातियों को भी नागरिकता सिद्ध करने के लिए 1970 के पहले के कागजात दिखाने होंगे. तेजस्वी ने कहा कि 1970 में आपके दादा, पिता किस स्कूल में पढ़े हैं या खतियानी के कागजात दिखाने होंगे. यदि आप दिखाने में सक्षम नहीं होते हैं तो देश से बाहर होना पड़ेगा. इसलिए यह कानून देश के लिए काला कानून है. कटिहार सहित पूरे सूबे में हर वर्ष बड़े पेमाने पर बाढ़ आती है. जब पूरा घर ही डूब गया तो कागजात कहां से दिखायेंगे. आग से भी नुकसान होता है. ऐसे में अपने ही देश में रहकर नागरिकता सिद्ध करना कहां की होशियारी है.
तेजस्वी ने कहा कि किसी भी हाल में एनआरसी, सीएए व एनआरपी को लागू होने नहीं दिया जायेगा. इसके लिए सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ी जायेगी तथा केंद्र सरकार को हर हाल में कानून को वापस लेना ही होगा. मंच पर राजद के राज्यसभा सांसद डॉ अहमद अशफाक करीम, बरारी विधायक नीरज यादव, काढ़ा विधायक पूनम पासवान, पूर्व मंत्री रामप्रकाश महतो, राजद पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय यादव, राजद नेता समरेंद्र कुणाल, पूर्व विधायक साधु पासवान, प्रदेश उपाध्यक्ष सलीम प्रवेज, पूर्व सासंद सरफराज आलम आदि उपस्थित थे.