यौन उत्पीड़न का आरोप झेल रहे म्यूजिक डायरेक्टर और कंपोजर अनु मलिक के खिलाफ महिला आयोग ने केस बंद कर दिया है. महिला आयोग को अनु मलिक के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले जिस वजह से उन्होंने यह फैसला लिया. गायिका सोना महापात्रा, नेहा भसीन और श्वेता पंडित ने उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था.
हालांकि अनु मलिक ने अपने एक बयान में आरोपों को खारिज करते हुए अपने बचाव में कानूनी प्रक्रिया का सहारा लेने की बात कही थी. मुंबई मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि, यह केस फिर से ओपन हो सकता है अगर महिलाएं उनके खिलाफ सबूत लेकर आयें.
उन्होंने बताया कि, उनकी तरफ से शिकायतकर्ता को इस बारे में लिखा गया था, लेकिन शिकायतकर्ता की तरफ से जवाब मिला कि वो अभी ट्रैवल कर रही है और वापस लौटने पर उनसे मिलेंगी. महिला आयोग ने उनके जवाब का 45 दिन इंतजार किया और डॉक्यूमेंट्स की मांग की, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला.
रेखा शर्मा ने बताया कि, शिकायतकर्ता के खिलाफ दूसरी जिन महिलाओं ने आरोप लगाया था उनकी ओर से भी कोई जवाब नहीं मिला. इस वजह से केस को बंद करना पड़ा. हालांकि केस अभी अस्थायी रूप से बंद किया गया है. अगर अनु मलिक की खिलाफ सबूत सामने आये तो केस को दोबारा खोला जा सकता है.
बता दें कि अनु मलिक के खिलाफ पिछले साल अक्टूबर में ‘मी टू’ आंदोलन के तहत यौन शोषण के आरोप लगे थे. उन्हें कुछ समय के लिए शो ‘इंडियन आइडल सीजन 10’ हटा दिया था. ‘इंडियन आइडल सीजन 11’ में फिर अनु मलिक को जज बनाया गया, जिसे देखकर सोना महापात्रा भड़क गईं. दबाव इतना बढ़ा कि उन्हें ‘इंडियन आइडल सीजन 11 से भी हटना पड़ा.