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सीएए-एनआरसी का विरोध, सड़क पर उतरे लोग, जुलूस में शामिल युवक ने महिला को छेड़ा

राजभवन के समक्ष महाधरना के बाद निकाला जुलूस, दो घंटे तक मेन रोड से गुजरता रहा कारवां रांची : नागरिकता संशोधन बिल (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ शुक्रवार को महाधरना के बाद लोगों ने सड़क पर उतर कर विरोध किया. इस दौरान मेन रोड में निकाले गये जुलूस में एक्ट के विरोध […]

राजभवन के समक्ष महाधरना के बाद निकाला जुलूस, दो घंटे तक मेन रोड से गुजरता रहा कारवां
रांची : नागरिकता संशोधन बिल (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ शुक्रवार को महाधरना के बाद लोगों ने सड़क पर उतर कर विरोध किया. इस दौरान मेन रोड में निकाले गये जुलूस में एक्ट के विरोध में तख्तियां और कटाउट्स को लेकर लोग शामिल हुए. जुलूस में डोरंडा, हिनू, हिंदपीढ़ी, कर्बला चौक, कांटाटोली, बरियातू, आजाद बस्ती, कुरैशी मोहल्ला से बड़ी संख्या में लोग शामिल थे. इसमें शामिल लोगों ने कहा कि सीएए देश की धर्मनिरपेक्षता पर हमला है. हिंदू और मुस्लिम को बांटने वाला बिल है.
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 से खिलवाड़ है. किसी भी स्थिति में इस बिल को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. इसके पहले हजारों की तादाद में युवा मेन रोड से होते हुए अल्बर्ट एक्का चौक से लेकर राजभवन तक मार्च किया. इसमें शामिल युवक आजादी वाला नारा लगाते हुए चल रहे थे. वहीं मेन रोड में कई जगहों पर कैब और एनआरसी के खिलाफ बड़े-बड़े बैनर लगाये गये थे.
जुलूस के कारण कई सड़कें रहीं जाम
सीएए व एनआरसी के विरोध में निकाले गये जुलूस के कारण बुधवार दिन में कई रोड जाम रहे. मेन रोड, कचहरी रोड, रातू रोड से राजभवन , कचहरी चौक, सर्कुलर रोड, बरियातू रोड, जेल रोड से करमटोली चौक होते बरियातू जाने वाला रोड सहित कई अन्य रोड काफी देर तक जाम रहा. हालांकि जुलूस निकाले जाने की सूचना जिला प्रशासन व रांची पुलिस पहले से ही थी, इस कारण इन रोड में ट्रैफिक पुुलिस को प्रतिदिन के अपेक्षा ज्यादा संख्या में लगाया गया था.
कई इलाकों में बंद रहीं दुकानें
शहर में सीएए और एनआरसी के विरोध में बुधवार को निकाले गये जुलूस को लेकर कई इलाकों में दुकानें बंद रहीं. सबसे अधिक प्रभाव मेन रोड में देखने को मिला. मेन रोड, शास्त्री मार्केट, डेली मार्केट, अपर बाजार सहित कई इलाकों में इसका असर दिखा. सुबह में दुकानें खुलीं, लेकिन जैसे ही जुलूस संबंधित इलाकों से गुजरने लगा, दुकानों के शटर धीरे-धीरे बंद होने लगे. हालांकि बाद में कुछ इलाकों में दुकानें खुलीं, लेकिन मेन रोड की दुकानें पूरे दिन बंद रहीं.
जुलूस में शामिल युवक ने महिला को छेड़ा
रांची : सीएए व एनआरसी के विरोध में निकाले गये जुलूस में शामिल एक युवक ने हरमू की एक महिला से छेड़छाड़ की और तेजी से स्कूटी से भाग कर फिर भीड़ में शामिल हो गया़ घटना बड़ा तालाब के समीप दिन के 12: 30 बजे हुई. इस संबंध में पीड़िता ने महिला थाना में शिकायत दर्ज करायी है़ महिला थाना प्रभारी मोनालिसा केरकेट्टा ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया. साथ ही बड़ा तालाब के पास शक्ति मोबाइल को तैनात करने तथा थाना के गश्ती दल को गश्त करने की बात कही है़
जानकारी के मुताबिक, आवेदन में महिला ने लिखा है कि वह अपनी सास का इलाज करा कर लौट रही थी़ मेन रोड जाम होने के कारण वह लेक रोड होते हुए दिन के 12. 30 बजे बड़ा तालाब की ओर से हरमू की आेर जा रही थी़ उस वक्त उस मार्ग में भी सीएए व एनआरसी के विरोध में जुलूस निकला हुआ था. इस कारण वह रोड के किनारे स्कूटी खड़ी कर भीड़ हटने का इंतजार कर रही थी़ जुलूस गुजरने के बाद एक युवक स्कूटी से उनके पास आया और छेड़छाड़ करने लगा. वह कुछ समझ पाती उसके पहले ही युवक तेजी से स्कूटी से भाग गया़ इस घटना से वह काफी नर्वस हो गयी़ उन्हें कुछ समझ नहीं आया तो उन्होंने अपने परिचित चेंबर ऑफ काॅमर्स के लॉ एंड ऑर्डर कमेटी के चेयरमैन प्रवीण लोहिया को फोन किया और पुलिस को इसकी सूचना देने की बात की
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हिंदू युवा मंच ने किया विरोध
हिंदू युवा मंच के अध्यक्ष राम जीवन सिंह ने विभिन्न मुस्लिम संगठनों द्वारा निकाले गये जुलूस में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और इसकी कड़ी निंदा की़ उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा इस तरह के जुलूस के लिए इजाजत देना समझ से परे है़ इससे कानून व्यवस्था बिगड़ने की संभावना बनी हुई थी़ हिंदू युवा मंच इस तरह की बातों का विरोध करता है और सीएए व एनआरसी का समर्थन करता है.
महाधरना में गूंजे आजादी के नारे, बोले पप्पू यादव, देश की संस्कृति बचाने के लिए चल रही लड़ाई
रांची : नागरिकता संशोधन कानून 2019 रद्द करने और एनपीआर, एनआरसी पर रोक लगाने की मांग को लेकर ऑल मुस्लिम यूथ एसोसिएशन, आदिवासी जन विकास परिषद, मजलिसे उलमा झारखंड, एदारे शरिया झारखंड, झारखंड छात्र संघ, आदिवासी छात्र संघ, आदिवासी उलगुलान मंच सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने राजभवन के समक्ष महाधरना दिया. इस अवसर पर पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि सीएए के खिलाफ लड़ाई देश की संस्कृति, जमीन और संविधान बचाने की लड़ाई है. पूरे देश में एनआरसी लागू कर भूमिहीन, आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों की नागरिकता को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है. महाधरना के दौरान ये मुल्क मांगे अाजादी…, महंगाई से आजादी… आदि नारे भी गूंजे. इस दौरान तिरंगे लगातार लहराते रहे.
देश के 170 लाख लोगों के पास जमीन नहीं है : श्री यादव ने कहा कि जब ट्रिपल तलाक, बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि आदि मामलों से हिंदू हृदय सम्राट नहीं बन पाये तो, तो अमित शाह एनआरसी ले आये. यह समझने की जरूरत है कि देश के 170 लाख लोगों के पास जमीन नहीं है. 30 करोड़ लोगों पास के पास घर नहीं है. आठ करोड़ 36 लाख अनुसूचित जनजाति के लोगों के पास कोई कागज, जमीन या घर नहीं है. 15 करोड़ बंजारा, नट आदि घुमंतू जातियों के पास कुछ नहीं है़ 73 प्रतिशत के लोगों के पास कागज नहीं है.
उन्होंने कहा कि जब कोई एनपीआर के लिए कागज मांगे, तो बोलिये कि आपका कागज कुतुबमीनार है, ताजमहल है, 70 सालों से जिस मुल्क को बनाया वाे है़ नाम बतायें, पिता का नाम बतायें, आधार कार्ड दिखा दें और कहें कि हमारे पास कोई कागज नहीं है़
इन्होंने किया संबोधित
महाधरना को एस अली, अजयनाथ शाहदेव, मौलाना ओबैदुल्लाह कासमी, मौलाना कुतबुद्दीन रिजवी, लक्ष्मी नारायण मुंडा, अशोक वर्मा, अमर उरांव, रंजीत उरांव, संजू उर्फ सलाउद्दीन, अकीलुर रहमान, मंजर इमाम, संजय महली समेत अन्य ने संबोधित किया. महाधरना के दौरान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम सीएए कानून रद्द करने और एनपीआर, एनआरसी देश में लागू नहीं होने देने के लिए ज्ञापन जारी किया गया़

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