नयी दिल्ली : देश को झझकोर कर रख देने वाले निर्भया गैंगरेप केस मामले में मंगलवार का दिन बेहद अहम है. आज केस के गुनहगारों की फांसी पर फैसला आ सकता है. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में निर्भया की मां की अर्जी पर सुनवाई होनी है. निर्भया की मां ने दोषियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की है.
आपको बता दें कि इससे पहले पटियाला हाउस कोर्ट ने दोषियों को सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के लिए 7 जनवरी तक का वक्त दिया था. यही नहीं तिहाड़ जेल ने चारों दोषियों को नोटिस जारी किया था और पूछा था कि वह दया याचिका दाखिल करेंगे या नहीं.
सुप्रीम कोर्ट दोषियों की दया याचिका पहले ही ठुकरा चुका है.
सोमवार को एक दोषी के पिता ने अपने बेटी की फांसी की सजा टलवाने का प्रयास किया. मामले के इकलौते चश्मदीद के ख़िलाफ झूठी गवाही देने के आरोप में एफआईआर से जुड़ी उनकी मांग को कोर्ट ने खारिज कर दिया.
गौरतलब है कि दिल्ली में सात साल पहले 16 दिसंबर की रात को एक नाबालिग समेत छह लोगों ने एक चलती बस में 23 वर्षीय निर्भया का सामूहिक बलात्कार किया था और उसे बस से बाहर सड़क के किनारे फेंक दिया था. इस घटना की निर्ममता के बारे में जिसने भी पढ़ा-सुना उसके रोंगटे खड़े हो गए. इस घटना के बाद पूरे देश में व्यापक प्रदर्शन हुए और महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर आंदोलन शुरू हो गया था.
इस मामले के चार दोषी विनय शर्मा, मुकेश सिंह, पवन गुप्ता और अक्षय कुमार सिंह को मृत्युदंड सुनाया गया. एक अन्य दोषी राम सिंह ने 2015 में तिहाड़ जेल में कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी और नाबालिग दोषी को सुधार गृह में तीन साल की सजा काटने के बाद 2015 में रिहा कर दिया गया था.