नयी दिल्लीः जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय ( JNU) परिसर में रविवार शाम नकाबपोश बदमाशों द्वारा छात्र-छात्राओं पर हमले के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. जेएनयू की घटना सार्वजनिक होने के कुछ घंटे बाद ही रविवार रात से मुंबई में छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया था. इस घटना के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने कैंपस में कैंडल मार्च निकाला और सोमवार को प्रदर्शन करने का ऐलान किया.
उधर, जामिया के शिक्षक संघ ने भी जेएनयू में छात्रों और शिक्षक की पिटाई को निंदाजनक बताया. जेएनयू पर हुए हमले के खिलाफ रविवार रात से ही जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ-साथ पुणे की फिल्म एंव टेलीविजन इंस्टीट्यूट के छात्रों ने भी विरोध प्रदर्शन शुरू किया.
बता दें कि जेएनयू में छात्रों के साथ हुई मारपीट में 20 से ज्यादा छात्र और शिक्षक के घायल हुए हैं. घायलों को एम्स में भर्ती कराया गया है. वाम छात्र संगठन और एबीवीपी, दोनों ही एक-दूसरे पर हमला करने का आरोप लगाया है.
अभीऐसा है माहौल
रविवार शाम को जेएनयू कैंपस में हुए बवाल के बाद जेएनयू केंपस के गेट की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है. मेन गेट को बंद कर दिया गया है. जो भी छात्र या यूनिवर्सिटी से जुड़े लोग गेट पर पहुंच रहे हैं उनकी अच्छी तरह से चेकिंग और आईडेंटिटी कार्ड देखने के बाद ही गेट के अंदर दाखिल होने दिया जा रहा है.
पुलिस ने रात को कैंपस के अंदर फ्लैग मार्च किया था लेकिन अब जो पुलिस बल है उसे बाहर कैंपस से बाहर भेज दिया गया है. एक कंपनी दिल्ली पुलिस की जेएनयू के मेन गेट पर ही तैनात की गई है कि अगर वापस कैंपस के अंदर किसी तरीके से तनाव की स्थिति पैदा होती है तो उसे निपटा जा सके.
इधर, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार, प्रॉक्टर और रेक्टर को आज अपने दफ्तर में बुलाया है.जेएनयू हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने कहा है कि हम जल्द ही एफआईआर दर्ज करेंगे. पुलिस ने कहा, कल जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर हमें काफी शिकायतें मिली हैं. हम जल्द एफआईआर दर्ज करेंगे.