रांची : झारखंड राज्य अवर वन सेवा संघ ने वन विभाग में 2017 में नियुक्त हुए वनरक्षियों की सेवा संपुष्टि नहीं करने व वार्षिक वेतन वृद्धि नहीं देने का विरोध किया है. साथ ही सेवा संपुष्टि व वार्षिक वेतन वृद्धि के नाम पर चार जनवरी को ली जा रही विभागीय परीक्षा का विरोध किया है. अध्यक्ष कामेश्वर प्रसाद व महामंत्री शिव नारायण महतो ने कहा कि 14 केंद्रों पर ली जा रही परीक्षा का बहिष्कार किया जायेगा व परीक्षा केंद्र के पास शांतिपूर्वक धरना देकर विभाग की कार्यशैली का विरोध किया जायेगा. उन्होंने कहा कि जुलाई 2017 में 2204 वनरक्षी नियुक्त हुए थे.
सैकड़ों वनरक्षी नाैकरी छोड़ चुके हैं. विभाग में वनरक्षियों की संख्या घटते जा रही है. विभागीय प्रशिक्षण, हिंदी टिप्पण परीक्षा व जनजातीय भाषा परीक्षा उत्तीर्ण करने के बावजूद नवनियुक्त वनरक्षियों की सेवा संपुष्टि विभागीय अधिकारियों द्वारा नहीं की गयी है. उन्होंने बताया कि वन, पर्यावरण व क्लाइमेट चेंज विभाग के अपर मुख्य सचिव, पीसीसीएफ से मिल कर परीक्षा पर रोक लगाने की मांग की गयी है.
14 केंद्रों पर परीक्षा
परीक्षा चार जनवरी को सुबह नाै बजे से लेकर एक बजे तक चलेगी. परीक्षा तीन घंटे की होगी. विभागीय परीक्षा के लिए वनपाल प्रशिक्षण विद्यालय महिलाैंग सहित राज्य के विभिन्न जिलों में 14 केंद्र बनाया गया है. इसमें पलामू, गढ़वा, लातेहार, चतरा, रामगढ़, हजारीबाग, बोकारो, गुमला, चाईबासा, जमशेदपुर, गिरिडीह, दुमका व देवघर शामिल हैं.