कोलकाता : बारुइपुर में भाजपा के जुलूस के दौरान जादवपुर विश्वविद्यालय की एक महिला प्रोफेसर के साथ धक्का-मुक्की के आरोप के बीच भाजपा ने जुलूस में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया. इसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जादवपुर थाने के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया.
उल्लेखनीय है कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर आरोप लगा था कि संस्थान के परिसर के पास भाजपा की कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने उनके साथ धक्का-मुक्की की थी. प्रोफेसर का कहना है कि भगवा संगठन के एक सदस्य द्वारा संस्थान और एक विशेष समुदाय के खिलाफ की गयी कथित अपमानजनक टिप्पणी का विरोध करने पर उनके साथ यह सलूक किया गया.
भाजपा नेतृत्व ने हालांकि, घटना में किसी भी तरह की संलिप्तता से इंकार किया और कहा कि कई घोर वाम समर्थकों ने सोमवार को परिसर के नजदीक पार्टी की एक बैठक वाली जगह के आसपास प्रदर्शन किया, लेकिन उसके कार्यकर्ताओं ने संयम बनाये रखा. विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की सहायक प्रोफेसर दोइता मजूमदार ने फेसबुक पर लिखा कि वह सीएए विरोधी रैली से लौट रही थीं, तभी भाजपा की भद्र महिलाओं ने मेरे साथ धक्का-मुक्की और दुर्व्यवहार किया.
उन्होंने कहा कि भगवा कार्यकर्ता खुलेआम ऊट-पटांग बातें बोल रही थीं. कुछ देर तक तो ठीक रहा, फिर उन्होंने संस्थान के बारे में भी भला-बुरा बोलते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय सभी बुराइयों की जड़ है, वह सब प्रतिदिन अल्लाहु अकबर बोलते हैं. इसपर मुझे गुस्सा आया और दो बार जोर से चिल्ला कर कहा कि यह सब ‘मिथ्या कोथा’ (झूठ-झूठ) है.
राज्य भाजपा के सूत्रों के अनुसार, पार्टी के राज्यसभा सांसद स्वप्न दासगुप्ता, बनगांव से लोकसभा सांसद शांतनु ठाकुर और राज्य के वरिष्ठ भाजपा नेता शमिक भट्टाचार्य सोमवार को परिसर के बाहर हुई बैठक में शामिल थे.
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि जब हम एक बैठक कर रहे थे, तब कुछ समर्थक कार्यक्रम स्थल के पास आकर नारे लगाने लगे. उन्होंने हमारे कार्यकर्ताओं को भी धक्का दिया, लेकिन हमने संयम बनाये रखा. हमारे कार्यकर्ता किसी भी हमले में शामिल नहीं हैं.