कोहिमा : नगालैंड विधानसभा के अध्यक्ष विखो-ओ-योशू का मुंबई के एक अस्पताल में सोमवार को निधन हो गया. उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह पिछले कई महीनों से फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित थे. वह 67 वर्ष के थे.
इस साल के शुरू में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी(एनडीपीपी) के नेता योशू के फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित होने का पता चला जिसके बाद से उनका मुंबई के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था. उनके परिवार में उनकी पत्नी तथा 10 बच्चे हैं. उन्होंने बताया कि योशू के पार्थिव शरीर को मंगलवार को विमान के जरिये नगालैंड लाया जायेगा. योशू कोहिमा जिले की दक्षिणी अंगामी-1 निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए. साल 2008 और 2013 में वह नगा पीपल्स फ्रंट (एनडीएफ) के टिकट पर जीते और कई विभागों में सलाहकार और संसदीय सचिव के तौर पर सेवा दी. वह 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले एनडीपीपी में शामिल हो गये.
वह दक्षिणी अंगामी-1 सीट से 2018 में लगातार तीसरी बार जीते और राज्य विधानसभा के अध्यक्ष चुने गये. राज्यपाल आरएन रवि और मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने योशू के निधन पर शोक जताया है. रवि ने कहा, विखो-ओ योशू के निधन के साथ ही नगालैंड लोगों ने एक बड़ा और प्रतिष्ठित नेता खो दिया. अपने शोक संदेश में रियो ने कहा कि योशू एक दयालु और सौम्य इंसान थे. मुख्यमंत्री ने कहा, मैं नगालैंड विधानसभा के अध्यक्ष के निधन से काफी दुखी हूं. नगालैंड ने एक महान नेता खो दिया. इस बीच, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) रहाखो ने कहा कि नगालैंड में सोमवार से तीन दिन का शोक घोषित किया गया है.