II उर्मिला कोरी II
फ़िल्म: गुड न्यूज
निर्देशक: राज मेहता
निर्माता: करन जौहर
कलाकार: अक्षय कुमार,करीना कपूर खान,कियारा आडवाणी,दिलजीत दोसांज और अन्य
रेटिंग: तीन
सीरियस मुद्दों को कॉमेडी की चाशनी में परोसना पिछले कुछ सालों से हिंदी सिनेमा का लोकप्रिय ट्रेंड बन चुका है. गुड न्यूज आइवीएफ जैसे सीरियस मुद्दे पर बनी है लेकिन इसमें सीरियस जैसा कुछ नहीं है. हां फ़िल्म एंटेरटेन्मेंट से पूरी तरह से लबरेज ज़रूर है. फ़िल्म की कहानी वरुण बत्रा (अक्षय कुमार) और दीप्ति बत्रा (करीना कपूर खान) की है.
वरुण और दीप्ति की शादी को 9 साल हो गए हैं लेकिन अभी तक वे दो से तीन नहीं हुए हैं. दीप्ति मां बनने के लिए तमाम कोशिशें कर रही है लेकिन वह असफल रही है. जिसके बाद वह आइवीएफ का सहारा लेती है. वे डॉक्टर जोशी की क्लिनिक में पहुँचते हैं.
जोशी की क्लिनिक में चंड़ीगढ़ से भी बत्रा सरनेम वाले कप्पल हनी (दिलजीत दोसांझ) और मोनिका (कियारा आडवाणी) आईवीएफ के लिए आए हैं. एक ही सरनेम होने से सीमन की अदला बदली हो जाती है मतलब वरुण का सीमन मोनिका और हनी का दीप्ति के ओवम से फर्टीलाइज हो जाता है.
इस गलती के बाद दीप्ति और वरुण की ज़िंदगी में भूचाल आ जाता है. क्या ये दोनों कप्पल्स डॉक्टर की इस गलती को स्वीकारेंगे? क्या होगा उनका फैसला? क्या वे सही फैसला लेंगे? इस पूरी कहानी को कॉमेडी के ज़रिए कहा गया है.
फ़िल्म की कहानी फ्रेश है और इसका ट्रीटमेंट भी. चुटीले संवाद आपको लगातार लुभाते हैं. फ़िल्म गंभीर विषय पर है लेकिन यह आपको कहीं भी गंभीर नहीं होने देती है. फ़िल्म के स्क्रीनप्ले की तारीफ करनी होगी. फ़िल्म हँसाने के साथ साथ इस बात को भले ही सरसरी तौर पर छूती है लेकिन छूती ज़रूर है कि शादी के बाद एक कप्पल्स पर मां बाप बनने का समाज का कितना प्रेशर होता है.
एक औरत को मां बनते हुए कितना कुछ बदलाव स्वीकारना होता है. भारतीय समाज की मानसिकता आज भी ऐसी है कि वह बच्चे को अनाथालय से गोद लेने के बजाय आईवीएफ के ज़रिए पाने में यकीन करता है क्योंकि उसे अपना खून चाहिए.
फ़िल्म की खामियों की बात करें तो फ़िल्म इमोशनल लेवल पर थोड़ा सतही रह गयी है. सेकंड हाफ के कुछ इमोशनल सीन से आप कनेक्ट नहीं कर पाएंगे. उसपर काम किया जाता तो यह एक क्लास फ़िल्म बन सकती थी.
अभिनय पक्ष पर आए हैं तो यह अक्षय और करीना की फ़िल्म है. दिलजीत और कियारा सपोर्टिंग भूमिका में है. अक्षय कुमार बेहतरीन रहे हैंउनकी कॉमेडी निखरकर सामने आयी है. अपने एक्सप्रेशन और बॉडी लैंग्वेज से उन्होंने बखूबी अपने किरदार की खुशी हो या परेशानी उसको जिया है. करीना बेहतरीन रही हैं. परदे पर वह आकर्षक नज़र आयी हैंउनकी और अक्षय की केमिस्ट्री भी परदे पर निखरकर आयी है.
दिलजीत की कॉमिक टाइमिंग शानदार रही है. उन्होंने अपने अभिनय के ज़रिए किरदार की मासूमियत हो या रोबीला अंदाज़ दोनों को बखूबी जिया है. कियारा की स्क्रीन टाइमिंग कम है लेकिन उन्हें जितना भी मौका मिला है उसमें वो प्यारी लगी हैं. आदिल हुसैन और टिस्का चोपड़ा भी अपनी भूमिका में जमे है.
फ़िल्म के गीत संगीत की बात करें तो कहानी के अनुरूप है लेकिन उसमें से सिर्फ सौदा खरा खरा ही याद रह पाता है. फ़िल्म के संवाद फ़िल्म की यूएसपी है. विषय की वजह से कुछ संवाद थोड़े बोल्ड भी है लेकिन वे हँसाते है. फ़िल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक अच्छा बन पड़ा है. कुलमिलाकर गुड न्यूज एक मनोरंजक फ़िल्म है.