जमशेदपुर: कार्यवाहक मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जमशेदपुर पूर्वी विधान सीट पर उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा गया और दुष्प्रचार किया गया. नामदारों ने मिलकर एक कामगार को हराया. लोगों को बरगलाया गया कि रघुवर दास फिर जीत गये, तो बस्तियों को तोड़वा देंगे. मंगलवार को रांची से जमशेदपुर पहुंचे रघुवर दास ने सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर परिसर सोनमंडप में जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी के मंडल अध्यक्षों के साथ बैठक कर चुनाव परिणाम की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि षड्यंत्र और दुष्प्रचार की राजनीति कभी-कभी सफल हो जाती है, लेकिन सच्चाई सामने आकर रहती है. कहा कि उनके परिवार के बारे में गलत प्रचार किया गया. जात-पात की राजनीति की गयी.
कार्यकर्ताओं की मेहनत के लिए दिया साधुवाद : रघुवर दास ने पार्टी कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत-परिश्रम के लिए साधुवाद दिया और कहा कि जनप्रतिनिधि के रूप में उन्होंने पूरी निष्ठा व ईमानदारी के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह किया. अपने पांच वर्षां के कार्यकाल में 14 वर्ष तक सरकार बनाने का खेल करनेवालों की दलाली, कमीशनखों री नहीं चली, ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल नहीं हो पाया. इसी के खिलाफ पूरे राज्य के बिचौलिया-भ्रष्टाचारी सक्रिय हो गये. उनका एक ही उद्देश्य था रघुवर दास को सत्ता से हटाओ. जमशेदपुर पूर्वी में जिस तरह दुष्प्रचार किया गया, चरित्र हनन का काम किया गया. सूर्य मंदिर जैसी पवित्र जगह को बदनाम करने के साथ-साथ उनके परिवार को बदनाम करने की कोशिश की गयी.
हमारे कार्यकर्ताओं को मिल रही है धमकी : रघुवर दास ने कहा कि यह भी सूचना मिल रही है कि हमारे कार्यकर्ताओं को धमकी दी जा रही है. वैसे लोगों को वे चेतावनी देना चाहते हैं कि दुष्प्रचार करके चुनाव जीत गये, लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं के पास अब अगर फोन पर धमकी आया, तो इसका माकूल जवाब देंगे. इसका वे भी ध्यान रखेंगे और प्रशासन को भी रखना चाहिए. उन्होंने बस्तियों में अच्छी-अच्छी सड़कें बनायी, बस्तियों में टाटा का पेयजल, पानी-बिजली की सुविधा उपलब्ध करायी. लोग सेंटीमेंट में बह गये. इतना काम कराया, लोगों को भी समझना चाहिए. षड्यंत्र-दुष्प्रचार की राजनीति कभी-कभी सफल हो जाती है, लेकिन वह टिकती नहीं है. सच्चाई बाहर आकर रहेगी. श्री दास एग्रिको स्थित आवास में कुछ देर रुके, इसके बाद रांची के लिए रवाना हो गये कि दो दिन बार वे फिर लौट कर आयेंगे.