अंडमान के पास संदिग्ध स्थिति में पकड़ी गयी नौका
100 करोड़ रुपये है जब्त मादक मेथाक्वालोन की कीमत
पूछताछ में जुटी एनसीबी की कोलकाता यूनिट
कोलकाता : अंडमान के समुद्र तटीय इलाके में संदिग्ध गतिविधियों के चलते एक म्यामांरी नाव को पकड़ा गया और उसकी तलाशी लेने पर उसमें से करीब 371.6 किलोग्राम मादक पदार्थ सफेद क्रायसॉलिन पाउडर (ड्रग्स के रूप में इस्तेमाल होनेवाली मेथाक्वालोन नामक नशीली दवा) बरामद की गयी. साथ नौका में सवार छह लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की कोलकाता जोनल यूनिट की टीम उनसे पूछताछ कर रही है.
एनसीबी सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार छह लोगों के नाम ऑन्ग ऑन्ग (53), हते नाइंग (43), विन नाइंग (48), साइ दे जिन हतू (35), एनजी म्यो (49) और थान म्वे (48) है. एनसीबी की कोलकाता इकाई, भारतीय तटरक्षक, खुफिया ब्यूरो और राज्य पुलिस की संयुक्त पूछताछ के बाद इन सभी को सोमवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया. उनसे पूछताछ जारी है.
एनसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि पोर्ट ब्लेयर के भारतीय तट रक्षक बल ने अंडमान द्वीप के पास एक नाव की संदिग्ध गतिविधि देख उसे घेरा और फिर पकड़ कर तलाशी ली. मादक पदार्थ बरामद करते हुए छह लोगों को पकड़ा गया. जांच में पाया गया है कि जब्त मादक पदार्थ मेथाक्लोवन का नशीली दवा के रूप में इस्तेमाल होता है.
इसे जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है. बाजार में इसकी कीमत करीब 100 करोड़ रुपये बतायी जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार लोगों के मूल स्थान और उनके गंतव्य के बारे में जानने की कोशिश की जा रही है. भारत में मेथाक्वालोन बनाना, इसे रखना और उसे एक जगह से दूसरी जगह भेजना एनडीपीएस कानून, 1985 के तहत अपराध है.