पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने अगस्त, 2020 तक सूबे के हर गांव और टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि हर घर तक पक्की गली और नालियों का निर्माण कार्य जारी है. उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण के साथ ही सड़कों के और पुलों का रखरखाव और उनकी मरम्मत करते रहने की भी जरूरत है.
नीतीश कुमार शुक्रवार को बिहार की राजधानी पटना के बापू सभागार में इंडियन रोड कांग्रेस और राज्य सरकार के पथ निर्माण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार से तीन दिवसीय कार्यक्रम के उद्धाटन समारोह के दौरान संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने अधिवेशन का विधिवत उद्धाटन भी किया. समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव भी कार्यक्रम में मौजूद थे.
कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा सड़क के रखरखाव का कार्य भी लोक शिकायत निवारण कानून के अंतर्गत पथ निर्माण विभाग की जिम्मेवारी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार तीन चीज गुणवत्ता, समय और रखरखाव से भी समझौता नहीं कर सकती. उन्होंने कहा कि अपनी सड़कों का तो बिहार सरकार रखरखाव कर रही है, लेकिन हम मांग करते हैं कि राष्ट्रीय राजमार्गों के रखरखाव पर केंद्र सरकार विशेष ध्यान दे. मुख्यमंत्री ने पटना गया रोड की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सड़क निर्माण में तेजी लाने और उसके रखरखाव पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने गड़बड़ करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि सड़क निर्माण में गड़बड़ करने वाले को खामियाजा भुगतना होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय सड़क कोष के लिए सेस लगाया गया है, जो बढ़ कर 80 हजार करोड़ हो गया है. ये पैसा पथ निर्माण विभाग के पास आना चाहिए, लेकिन उसे वित्त विभाग के पास भेज दिया गया है. नीतीश कुमार ने पथ निर्माण विभाग के सचिव को भी चेतावनी देते हुए कहा कि सभी गड़बड़ करने वाले बख्शे नहीं जायेंगे. उन्होंने कहा कि हम बिहार में सब जगह घूम रहे हैं और सड़कों की हालत देख रहे हैं, सड़क की फोटो भी खिंचवा रहे हैं.