- सुपौल व बेतिया की रहने वाली थी दोनों छात्राएं
- शहर के बेलबनवा में रहकर करती थीं पढ़ाई
- कोचिंग जा रही थीं मैट्रिक की दोनों छात्राएं
मोतिहारी : शहर के चांदमारी-बलुआ रेलवे फाटक के बीच सोमवार को रेल लाइन पार करते समय दो छात्राएं ट्रेन की चपेट में आ गयीं, जिससे दोनों की मौत हो गयी. कुहासा के कारण छात्राएं ट्रेन को नहीं देख सकीं. दोनों एमजेके मोतिहारी स्कूल में मैट्रिक में पढ़ रही थीं. इनमें आकांक्षा राज (14) सुपौल के बसबिटिया व श्वेता कुमारी बेतिया के बैरिया भितिहरवा की रहने वाली थी.
सुपौल की आकांक्षा अपने फूफा अजीत कुमार श्रीवास्तव के यहां छह साल की उम्र से ही रहकर पढ़ाई कर रही थी. शहर के बेलबनवा में अजीत श्रीवास्तव का आवास है. आकांक्षा के पिता सुमन श्रीवास्तव सुपौल में सहारा इंडिया के कर्मी हैं. भितिहरवा बेतिया की श्वेता भी बेलनवा में आकांक्षा के फूफा के घर के पास ही डेरा लेकर अपनी मां व भाई-बहन के साथ रहकर पढ़ाई करती थी. आकांक्षा व श्वेता में इतनी गहरी दोस्ती थी कि दोनों का स्कूल व कोचिंग एक साथ आना-जाना होता था.
सोमवार की सुबह प्रतिदिन की भांति दोनों घर से कोचिंग के लिए साथ निकलीं. इस दौरान रेल लाइन पार करते समय कुहासे के कारण ट्रेन की चपेट में आ गयीं. घटना की सूचना पर रेलवे पुलिस ने दोनों छात्राओं का क्षत-विक्षत शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया. घटनास्थल से पुलिस ने दोनों छात्राओं का बैग भी बरामद किया है.
बैग में रखी पुस्तकें व कॉपियों पर दर्ज नाम व पता के आधार पर रेल पुलिस मामले की जांच कर रही है. घटना की भनक मिलते ही परिजनों ने सदर अस्पताल पहुंच दोनों की पहचान की. रेल थानाध्यक्ष कृष्णा प्रसाद सिंह ने बताया कि दोनों का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है. श्वेता के शव को उसके मामा बलुआ के शिवकुमार राम व आकांक्षा का शव उसके फूफा को गवाह बनाते हुए रेल पुलिस ने सौंप दिया.