आपने देखा होगा कि कई घरों में तमाम अभावों के बावजूद दाम्पत्य जीवन बढ़िया चलता है, जबकि कई ऐसे भी घर हैं, जहां छोटी-छोटी बातों पर कलह का वातावरण रहता है. वास्तुशास्त्र में सुखी दाम्पत्य के कुछ नियम बताये गये हैं. नवदंपती का बेडरूम उत्तर-पश्चिम के क्षेत्र में वायव्य कोण की ओर होना चाहिए. पति-पत्नी को दक्षिण-पूर्व की ओर सोना चाहिए. दक्षिण-पूर्व दिशा में शुक्र का आधिपत्य एवं अग्नि का वास होता है.
अत: प्रेम संबंधों में वेग और ऊष्मा के लिए यह स्थान उपयुक्त होता है. इस दिशा में ऊर्जा और स्फूर्ति का संचार होता है. वंश वृद्धि की इच्छा पूरी होती है. मकान में ब्रह्मा स्थान खुला न होने, ऊंचाई कम होने और भारी निर्माण दाम्पत्य जीवन में तनाव का कारण बन सकता है. वास्तु के मुताबिक बेडरूम में आईना भी नहीं होना चाहिए. बेडरूम की दीवारों पर गहरे लाल रंग के प्रयोग से भी बचना चाहिए.