नयी दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि प्याज की कीमत कई जगहों पर कम होने लगी है. हालांकि, उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से कम नहीं हुई है, लेकिन यह नीचे जा रही है. उन्होंने कहा कि हमारे मंत्रियों के एक समूह ने इसे लेकर बैठक की है, जो करीब-करीब एक-दो दिनों के अंतराल पर कीमतों की समीक्षा कर रहा है. इसके साथ ही वह यह भी तय कर रहा है कि आयात के अन्य मुद्दों को कैसे आगे बढ़ाया जाये.
FM: The price of onions has started going down at several places. It is not completely less, but it is going down. We've had a Group of Ministers' meeting which is reviewing on almost every 1-2 days' gap basis & deciding on how to further take up the import related issues. pic.twitter.com/97IcARcxRM
— ANI (@ANI) December 13, 2019
वित्त मंत्री ने कहा कि प्याज तेजी से खराब होने वाली वस्तु है. कुछ स्थानों पर बारिश के कारण और कुछ अन्य जगहों में बाढ़ आ जाने की वजह से इसकी फसल बर्बाद हो गयी. इसलिए इसका उत्पादन कम हुआ है. उन्होंने कहा कि इसकी वजह से प्याज की कीमत कुछ उचित स्तर से बाहर हो गया है. सरकार जल्द से जल्द प्याज को बाजार में आयात करने और लाने के लिए कदम उठा रही है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने प्याज के बढ़ते दाम पर काबू पाने तथा घरेलू आपूर्ति बढ़ाने के लिए गुरुवार को अतिरिक्त 12,660 टन प्याज के आयात का अनुबंध किया है. यह प्याज 27 दिसंबर से देश में आने लगेगा. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इसके साथ ही अब तक करीब 30,000 टन प्याज के आयात का अनुबंध किया जा चुका है. प्याज का भाव लगातार दूसरे सप्ताह 100 रुपये किलो से ऊपर बना हुआ है. सरकार ने दाम को काबू में रखने के लिए कई कदम उठाये हैं, लेकिन मूल्य ऊंचे बने हुए हैं.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसने सार्वजनिक क्षेत्र की व्यापार कंपनी एमएमटीसी को 15,000 टन अतिरिक्त प्याज के लिए ताजा निविदा जारी करने का निर्देश दिया है. इसके तहत 5,000-5,000 टन की तीन निविदाएं होंगी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.