रांची : जमीन विवाद में रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ता रामप्रवेश सिंह (47 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. यह घटना सोमवार की रात सात बजे कांके थाना क्षेत्र के सर्वोदय नगर रोड नंबर पांच में घटी है. वहीं पर अधिवक्ता का घर भी है. बाइक सवार दो बदमाशों ने अधिवक्ता को एक गोली आंख के नीचे मारी. गोली उनके सिर को छेदते हुए निकल गयी. इसके बाद आसपास के लोग उन्हें इलाज के लिए रिम्स ले गये. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. विधानसभा चुनाव की गहमा-गहमी और सुरक्षा अलर्ट के बाद भी राजधानी रांची के पॉश इलाके में हुई इस तरह की वारदात ने विधि व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिये हैं.
जानकारी के मुताबिक, रामप्रवेश सिंह का मिसिर गोंदा स्थित एक जमीन को लेकर लंबे समय से छोटू लकड़ा नामक व्यक्ति से विवाद चल रहा था. 23 अक्तूबर 2019 को उसी जमीन पर मारपीट की घटना हुई थी. इस संबंध में गोंदा थाना में अधिवक्ता ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को भी दी थी. हत्या को उसी जमीन विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है. मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों कांके के चंदवे निवासी छोटू लकड़ा और उसके बहनोई रमेश गाड़ी को हिरासत में लिया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है.
घटना के बाद महाधिवक्ता अजीत कुमार, डीआइजी एवी होमकर, एसएसपी अनीश गुप्ता सहित कई अधिवक्ता रिम्स पहुंचे थे. इनमें रांची जिला बार एसोसिएशन के जेनरल सेक्रेटरी कुंदन प्रकाशन, मो तनवीर, अभिषेक भारती, कृति नारायण, अजीत कुमार और समीर सहाय आदि शामिल हैं. घटना को लेकर अधिवक्ताआें में रोष देखा जा रहा था. मौके पर पुलिस अधिकारियों ने महाधिवक्ता को यह विश्वास दिलाया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया जायेगा.
दो हिरासत में
शाम सात बजे बाइक सवार दो बदमाशों ने मारी गाेली
मिसिर गोंदा में जमीन को लेकर चल रहा था विवाद
कांके के चंदवे निवासी छोटू लकड़ा और उसके बहनोई रमेश गाड़ी से पुलिस कर रही है पूछताछ