रांची : वोटरों को डराने में जब नक्सली नाकाम रहे, तो उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (इवीएम) को लूटने की साजिश रची. इसे भी पुलिस और सुरक्षा बलों के जवानों ने नाकाम कर दिया. झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में शनिवार को 20 सीटों के लिए 64.84 प्रतिशत मतदान हुआ. मतदान प्रतिशत और बढ़ेगा, क्योंकि सारे मतदानकर्मी मतदान केंद्रों से अब तक नहीं लौटे हैं. दोपहर बाद सभी लोग अपने-अपने केंद्रों पर लौटेंगे, उसके बाद ही मतदान का अंतिम प्रतिशत सामने आ पायेगा.
शुक्रवार की रात से शुरू हुआ नक्सलियों का तांड रविवार सुबह तक जारी रहा. रविवार सुबह तमाड़ विधानसभा क्षेत्र में एक गश्ती दल को निशाना बनाकर नक्सलियों ने आइइडी ब्लास्ट कर दिया, जिसमें दो जवान घायल हो गये. दोनों को रांची रेफर किया गया. यहां से एक जवान को बेहतर इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेज दिया गया है.
शनिवार को मतदान के दौरान सिसई में सुरक्षा बलों और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गयी. इसके बाद सुरक्षा बलों की कार्रवाई में एक ग्रामीण की मौत हो गयी और दो अन्य घायल हो गये. इसी दौरान एक अन्य घटना में शनिवार शाम को ही लगभग चार बजे मतदान करवाकर लौट रहे दल पर नक्सलियों ने अटकी के गितिल बेड़ा में घात लगाकर गोलीबारी की.
नक्सलियों की मंशा इवीएम लूटने की थी, लेकिन सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई से नक्सली जंगलों में भागने को मजबूर हो गये. इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार चौबे ने बताया कि झारखंड विधानसभा चुनावों के दूसरे चरण में शनिवार शाम पांच बजे मतदान संपन्न होने तक कुल 64.84 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. सिसई, खूंटी के अटकी और चाईबासा को छोड़कर अन्य सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से होने की खबर है.
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अपर पुलिस महानिदेशक एवं झारखंड चुनावों में सुरक्षा मामलों के नोडल अधिकारी मुरारीलाल मीणा ने बताया कि सिसई में सुबह ग्रामीणों और सुरक्षाकर्मियों में किसी बात को लेकर झड़प हो गयी, जिसका लाभ उठाकर कुछ असामाजिक तत्वों ने बूथ नंबर 36 पर आरपीएफ के जवानों से हथियार छीनने की कोशिश की.
इसके बाद आरपीएफ की गोलीबारी में एक ग्रामीण की मौत हो गयी और दो अन्य व्यक्ति घायल हो गये, जिनका इलाज अस्पताल में किया गया. घायल दोनों व्यक्ति की हालत खतरे से बाहर बतायी गयी है. चौबे ने बताया कि खूंटी के तमाड़ विधानसभा क्षेत्र के मारंगबुरू में मतदान केंद्र संख्या 132 पर मतदान कराकर लौट रहे मतदान दल पर घात लगाये बैठे नक्सलियों ने अटकी के गितिल बेड़ा में हमला कर दिया, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने जब नक्सलियों पर जवाबी गोलीबारी की, तो नक्सली जंगल में भाग गये.
इस घटना में मतदान दल का कोई सदस्य हताहत नहीं हुआ और न ही इवीएम को किसी प्रकार का नुकसान हुआ. उन्होंने बताया कि सिसई के मतदान केंद्र संख्या 36 पर इस घटना के चलते मतदान बाधित हो गया और यहां पुनर्मतदान कराये जाने की संभावना है.
एक अन्य घटना में नक्सलियों ने चाईबासा में मतदान केंद्र संख्या 84 पर मतदानकर्मियों की खाली खड़ी एक बस को आग लगा दी, लेकिन इसका चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा. उन्होंने बताया कि शनिवार को मतदान समाप्ति के समय शाम पांच बजे तक सबसे अधिक 75.36 प्रतिशत मतदान नक्सल प्रभावित बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र में रिकॉर्ड किया गया.
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घाटशिला में 70.37, पोटका में 67.87, जुगसलाई में 65.78, जमशेदपुर पूर्वी में 56.30, जमशेदपुर पश्चिमी में 54.41, सरायकेला में 63.93, चाईबासा में 65.09, मझगांव में 66.84, जगन्नाथपुर में 62.57, मनोहरपुर में 60.03, चक्रधरपुर में 65.61, खरसावां में 66.37, तमाड़ में 68.11, तोरपा में 64.24, खूंटी में 63.66, मांडर में 67.52, सिसई में 68.60, सिमडेगा में 64.74, कोलेबीरा में 65.48 प्रतिशत मतदान हुआ. पूर्वी सिंहभूम जिले में घाटशिला उपमंडल में मतदान केंद्र संख्या 234 पर चुनाव ड्यूटी पर तैनात एक सहायक पुलिस उपनिरीक्षक हरिश्चंद्र गिरि की हृदय गति रुकने से असामयिक मृत्यु हो गयी.