पटना : बिहार की राजधानी पटना में बीते दिनों भाजपा कार्यालय के बाहर 35 रुपये किलो प्याज बेचने वाले जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद पप्पू यादव नेगुरुवारको बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के राजेंद्र नगरस्थित रोड नंबर 8ए स्थित आवास के बाहर गाड़ी लगाकर प्याज बेचा. उन्होंने यहां तकरीबन 40 क्विंटल प्याज लोगों के बीच 30 रुपये किलो की दर से बेचा.
इस दौरान पप्पू यादव ने सुशील मोदी पर अनुंकपा की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि जो मुश्किल घड़ी में पड़ोसी का साथ छोड़ जाये, उससे उम्मीद शायद ही किसी को. वैसे इनके सरकार की ही देन है जो प्याज क्राइसिस है. सरकार मुनाफाखोरों के दबाव में है जिसके कारण हर दिन दाम बढ़ने रहा है. प्याज ब्रिकी के दौरान पप्पू यादव ने केंद्रीय वित्तमंत्री के उस बयान पर भी हमला बोला, जिसमें मंत्री ने कहा था कि वे प्याज नहीं खाती हैं. तो क्या पूरा देश सात्विक होगा. उन्होंने देश की भाजपा सरकार को चाइलेंज करते हुए कहा कि अगर लुटेरी पार्टी में हिम्मत है, तो एनआरसी से पहले प्याज और बलात्कार पर बिल लाकर दिखाये. लेकिन, इस सरकार को जन सरोकारों से कोई मतलब नहीं रह गया है. तभी तो जब देश में 32 हजार टन प्याज सड़ गये, उसकी इनकी कोई चिंता नहीं है.
पूर्व सांसद ने छात्रों और गरीबों के घर शादी में 25 रुपये किलो में प्याज उपलब्ध कराने की घोषणा की और कहा कि आज हमारे आवास पर तकरीबन 100 क्विंटल प्याज 30 रुपये में 10 किलो उन गरीबों के बीच बेचा गया है, जिनके घर में शादी है. उन्होंने पूछा कि क्या इस सरकार में सिर्फ मंदिर पर चार हजार करोड़ खर्च किये जाएंगे? क्या गरीबों के लिए कुछ नहीं होगा? उन्होंने कहा कि अगर सरकार हरियाली योजना पर करोड़ों खर्च कर सकती है, तो आम जनों के लिए सरकार प्याज भी सस्ते दरों पर बेच सकती है. उन्होंने प्याज के बहाने राजनीति करने के सवाल पर कहा कि अगर जनता की सेवा करना राजनीति है, तो मुझे यही राजनीति करनी है. जिन्हें कुर्सी की राजनीति करनी है, वही तो जमाखोरों को बचाने में लगे हैं. क्यों नहीं वे भी कर लेते ऐसी राजनीति? किसी आम जनता का तो भला हो जायेगा.