गोविंदपुर : गोविंदपुर पुलिस ने मंगलवार आधी रात के बाद देवली स्थित मां भद्रकाली हार्डकोक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में छापामारी कर बड़े पैमाने पर कोयला तस्करी का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने भट्ठा से लगभग 2000 टन कोयला जब्त किया है. भट्ठा मालिक दीपक पोद्दार समेत सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
पुलिस ने भट्ठा परिसर से दो हाइवा (जेएच-02 एक्स 9699, जेएच 10 जे 73 99) के चालक क्रमश: दिलीप कुमार रवानी तथा राजेश कुमार रवानी (दोनों गोधर रवानी बस्ती) तथा भट्ठा के दो मुंशी राजू कुमार एवं संतोष कुमार साव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. दोनों हाइवा को करीब 36 टन कोयला के साथ जब्त कर लिया गया.
कोल माइंस एक्ट के तहत भी प्राथमिकी: इस संबंध में जेल भेजे गये उक्त चारों लोगों के अलावा दोनों हाइवा के मालिकों तथा हार्डकोक भट्ठा के मालिक दीपक पोद्दार के खिलाफ भादवि की धारा 414, 413, 34 तथा कोल माइंस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस ने भट्ठा को सील कर दिया है. कांड का अनुसंधान एएसआइ पीके सुधांशु कर रहे हैं. पुलिस ने भट्ठा परिसर से 1000 टन कच्चा कोयला, 900 टन बैंड कोयला, 20 टन रिजेक्शन, 7 ओवन में 70 टन कोयला, 11 टन हार्डकोक, 30 टन हार्डकोक दो नंबर तथा 10 टन झामा कोयला बरामद किया है.
पुलिस इंस्पेक्टर रणधीर कुमार ने बताया कि पिछले कई दिनों से यहां बड़े पैमाने पर कोयला की तस्करी की जा रही थी. बीसीसीएल की कनकनी कोलियरी का कोयला जय बालाजी इंडस्ट्री (स्टील प्लांट), पश्चिम बंगाल भेजा जाता था, जिसे बंगाल नहीं भेज कर इसी भट्ठा में गिरा दिया जाता था. पुलिस ने जब्त दोनों हाइवा से बीसीसीएल का कोयला होने संबंधित कई कागजात भी बरामद किये हैं. चालकों ने स्वीकार किया है कि बीसीसीएल का उक्त कोयला जय बालाजी इंडस्ट्री की बजाय मां भद्रकाली कोक इंडस्ट्री में गिरा दिया जाता था.