पटना : पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद राजद की स्थापना के 22 सालों में 11वीं बार फिर अध्यक्ष बन गये. पहली बार उनकी गैर मौजूदगी में नामांकनपत्र दाखिल हुआ और उनके निर्विरोध चुने जाने की अधिसूचना राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी चितरंजन गगन ने जारी की. इससे पहले मंगलवार को पार्टी कार्यालय में चार सेटों में लालू प्रसाद का नामांकन पत्र दाखिल किया गया. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की तरफ से उनका नामांकन पत्र पार्टी के राष्ट्रीय सहायक निर्वाचन पदाधिकारी चितरंजन गगन के समक्ष नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव व पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने संयुक्त रूप से दाखिल किया.
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, भोला यादव व राष्ट्रीय प्रधान महासचिव कमरे आलम उपस्थित रहे. लालू प्रसाद के अध्यक्ष के रूप में नया कार्यकाल 2019-2022 तक का होगा. 10 दिसंबर को बापू सभागार में नवगठित राष्ट्रीय परिषद की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए लालू प्रसाद के चुने जाने की औपचारिक घोषणाकी जायेगी.
विशेष तथ्य
पार्टी की स्थापना के बाद यह पहला मौका है, जब लालू प्रसाद की गैर मौजूदगी में उनका नामांकन पत्र उनके किसी प्रतिनिधि ने दाखिल किया.
नामांकनपत्र के लिए आवेदक के हस्ताक्षर जरूरी होते हैं, इसलिए जेलर की तरफ से लालू प्रसाद के सत्यापित हस्ताक्षर का फार्म भी लाया गया था.
जो व्यक्ति मुखिया काचुनाव लड़ने के लिए अयोग्य, उसे एक पार्टी 11वीं बार अध्यक्ष चुन रही : मोदी : पटना . डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सजायाफ्ता होने के कारण जो व्यक्ति मुखिया तक का चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित है, उसे एक पार्टी 11वीं बार अपना अध्यक्ष चुन रही है. उन्होंने जेल से ही इस बार शीर्ष पद के लिए नामांकन की सारी प्रक्रिया पूरी की. समर्थकों ने ऐसा किया जैसे कोई नेक काम किया हो.