मुंबई : महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की सरकार बनने के एक दिन बाद शिवसेना के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि पड़ोसी राज्य गोवा में भाजपा विरोधी गठबंधन बनेगा. राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के नेता विजय सरदेसाई और महाराष्ट्र गोमंतक पार्टी (एमजीपी) के नेता सुदीन धवलीकर से इस बारे में बात की है.
जीएफपी नेता विजय सरदेसाई ने मुंबई में राउत से मुलाकात की और शिवसेना के प्रस्ताव का समर्थन किया, वहीं एमजीपी के सुदीन धवलीकर ने भी कहा कि इस तरह का गठबंधन संभव है. शिवसेना की तरह जीएफपी और एमजीपी भी पहले भाजपा की सहयोगी रह चुकी हैं. शिवसेना के सांसद ने कहा, निश्चित रूप से भूकंप आयेगा. सरदेसाई यहां अपने सभी विधायकों के साथ आये हैं. भाजपा सरकार का समर्थन करने वाले कुछ अन्य विधायक भी हमारे संपर्क में हैं. राउत ने कहा, महाराष्ट्र के बाद गोवा की बारी है, पूरे देश में बड़ा आंदोलन होगा. हम गैर भाजपा मोर्चा बनायेंगे. उन्होंने कहा, गोवा में सरदेसाई के साथ एक मोर्चा बन रहा है. जैसा महाराष्ट्र में बना. उन्होंने हम पर उंगली उठायी कि हम कांग्रेस और राकांपा के साथ चले गये. लेकिन गोवा में उन्होंने (भाजपा) उन लोगों के साथ सरकार बनायी जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं और गोवा के लोगों को यह पसंद नहीं है. इसलिए पूर्व उपमुख्यमंत्री सरदेसाई हमारे साथ आये हैं.
इससे पहले जीएफपी प्रमुख और गोवा के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वे लोगों से बातचीत करेंगे जो महाराष्ट्र की तरह भाजपा सरकार को हटाने के लिए तैयार हैं. सरदेसाई ने पार्टी विधायक विनोद पालेकर और जयेश सलगांवकर के साथ राउत और राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल से मुंबई में मुलाकात करने के बाद यह बात कही. उन्होंने कहा, क्षेत्रीय दल स्थानीय लोगों के लिए लड़ते हैं. हम इस तरह (महाराष्ट्र) का प्रयोग गोवा में करना चाहते हैं, ताकि प्रमोद सावंत की जनविरोधी सरकार का विकल्प दे सकें. सरदेसाई ने आरोप लगाया, राज्य में (फरवरी 2017 के विधानसभा चुनावों) सरकार बनाने में मदद करने के बाद भाजपा ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा. उन्होंने कहा, महाराष्ट्र में शिवसेना को इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा. उस बिंदु पर हमारे पास साझा आधार है.
एमजीपी नेता सुदीन धवलीकर ने पणजी में कहा कि राउत ने उन्हें फोन किया और गोवा में नया गठबंधन बनाने की बात की जिस पर उन्होंने सकारात्मक जवाब दिया. सरदेसाई और धवलीकर ने अलग-अलग बातचीत में कहा कि गोवा में भाजपा का मुकाबला करने के लिए मोर्चा बनाने को लेकर वे सकारात्मक हैं. एमजीपी नेता ने कहा, गोवा में 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस, एमजीपी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी, शिवसेना और राकांपा का मोर्चा बनाया जा सकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि वर्तमान में इस तरह के गठबंधन से गोवा में भाजपा सरकार को कोई खतरा नहीं हो सकता है क्योंकि विपक्ष के पास संख्या बल नहीं है. उन्होंने कहा, वैकल्पिक सरकार तब तक नहीं बन सकती जब तक कि विधानसभा अध्यक्ष भाजपा में अवैध रूप से शामिल सदस्यों को अयोग्य करार नहीं देते.
इस बीच, गोवा के उपमुख्यमंत्री मनोहर अजगांवकर ने कहा कि राउत को दिन में सपने देखना बंद करना चाहिए. अजगांवकर ने कहा, क्या वह जानते हैं कि गोवा में उनके पास कोई विधायक नहीं है? कृपया यह तथ्य उनके सामने रखिये और फिर उन्हें चमत्कार होने का सपना देखने दीजिये. उन्होंने कहा, विजय सरदेसाई के साथ संजय राउत गठबंधन बना रहे हैं. चुनाव होने दीजिये. फिर उन्हें पता चलेगा कि गोवा के लोग क्या हैं. महाराष्ट्र में भी जनादेश भाजपा-शिवेसना को था. अजगांवकर ने कहा कि प्रमोद सावंत सरकार को कोई खतरा नहीं है. उन्होंने कहा, भाजपा सरकार के काम को देखकर कांग्रेस के दस विधायक भाजपा में आ गये.
सावंत (दिवंगत) मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रहे हैं। हम न केवल पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेंगे, बल्कि हमें अगले पांच वर्ष के लिए भी जनादेश मिलेगा. गोवा में 40 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 27 विधायक हैं और उसे एक निर्दलीय विधायक का समर्थन हासिल है. विधानसभा में कांग्रेस के पांच, जीएफपी के तीन और राकांपा तथा एमजीपी के एक-एक विधायक हैं. इसके अलावा दो निर्दलीय विधायक भी हैं.