पटना: बिहारके उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि लालू प्रसाद की पार्टी जब 15 साल तक सत्ता में रही, तब उसने बेरोजगारी दूर करने के लिए एक भी योजना लागू नहीं की. इसके विपरीत हत्या, सड़क लूट और फिरौती के लिए उद्यमियों-व्यापारियों के अपहरण की घटनाओं पर चुप्पी साध कर अर्थव्यवस्था को चौपट होने दिया गया, जिससे बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ी. जिनके शासन काल में लाखों बेरोजगारों को पलायन करना पड़ा, वे आज इस मुद्दे पर कार्यस्थनगन प्रस्ताव लाने का नोटिस दे रहे हैं.उन्होंने कहाकि राजद की राजनीति बिहार के विकास-स्थगन और रोजगार-उन्मूलन की सबसे बड़ी गुनहगार है.
सुशील मोदी नेआगे कहा कि अक्सर विधानसभा के छोटे सत्र की शिकायत करने वाले विरोधी दलों ने पांच दिन के शीतकालीन सत्र में जनहित के किसी भी सवाल का उत्तर सुनने में दिलचस्पी नहीं दिखायी. जो लोग विरोध के लिए विरोध करते रहे और प्रधानमंत्री मोदी की स्मार्ट सिटी योजना के खिलाफ स्मार्ट गांव की बात कर चेहरा चमका रहे थे, उन्होंने गांव की सड़कों से संबंधित 92 सवालों पर सरकार को जवाब ही नहीं देने दिया. विरोधी दल यदि केवल मीडिया में प्रचार पाने के लिए सदन को चलने नहीं देता, तो वह अपनी संवैधानिक भूमिका के साथ न्याय नहीं करता है.