202 सेक्टर दंडाधिकारियों के तीसरे चरण का प्रशिक्षण
बोकारो : आसन्न विधानसभा चुनाव में प्रतिनियुक्ति सभी 202 सेक्टर दंडाधिकारियों का तीसरे चरण का प्रशिक्षण सेक्टर 2 डी स्थित बीएसएल प्लस टू हाई स्कूल के हॉल में बुधवार को संपन्न हुआ. प्रशिक्षण में बोकारो डीसी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी मुकेश कुमार ने चुनाव को शांतिपूर्ण व निष्पक्ष तरीके से संपन्न करवाने के लिए आवश्यक निर्देश दिया. इस दौरान बूथ एेप्प व जीपीएस सिस्टम का उपयोग के बारे में बताया गया.
वहीं मास्टर ट्रेनरों ने चुनाव प्रक्रिया के दौरान उनके क्या दायित्व है? क्या सावधानी बरतनी हैं ? उसकी विस्तृत जानकारी दी गयी. प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान डीआरडीए निदेशक सादात अनवर, डीइओ नीलम आइलीन टोप्पो, डीएसइ रेणुका तिग्गा सहित 34-गोमिया, 35-बेरमो, 36 बोकारो व 37-चंदनकियारी (अज़ा़) विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रतिनियुक्त सभी सेक्टर दंडाधिकारियों सहित अन्य उपस्थित थे.
एसओपी का अक्षर से पालन करें : डीसी ने कहा : चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न करवाने के लिए एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल(एसओपी) निर्धारित है. किसी आकस्मिक घटना जैसे इवीएम सेट खराब होने होने की स्थिति में उसे बदलने के लिए या किसी अन्य दुविधाजनक स्थिति से निबटने के लिए एसओपी का अक्षरश: पालन करना है.
सभी आवश्यक जानकारियां व एसओपी चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध सेक्टर अफिसर के मैनुअल में दी गयी है. सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट को चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराये गये हैंडबुक का अवश्य अध्ययन करना चाहिए. सेक्टर मजिस्ट्रेट किसी ऐसी दुविधा में फंस जाते हैं, जिसका जिक्र मैनुअल में नहीं है तो, उन्हें अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए बिना घबराये फैसले लेने चाहिए या वरीय अधिकारियों से शीघ्र मार्ग दर्शन लेने चाहिए.
सेक्टर की हर गतिविधि के लिए जिम्मेदार है : डीसी ने कहा: सभी सेक्टर पदाधिकारी अपने-अपने सेक्टरों के अंतर्गत हर एक चुनावी गतिविधि के लिए जिम्मेदार होते हैं. पूरे चुनावी प्रक्रिया की सफलता का आधार उनकी सजगता व काबिलियत बनेगी. उन्होंने सभी दंडाधिकारियों को अपने क्षेत्र अंतर्गत आने वाले सभी पोलिंग पार्टी के साथ मिलकर एक ह्वाट्सऐप्प ग्रुप बनाने का निर्देश दिया, ताकि हरेक गतिविधि को शीघ्र अतिशीघ्र ही एक दूसरे तक पहुंचाई जा सके.
सभी शंकाओं का निवारण किया गया : प्रशिक्षण कोषांग के वरीय पदाधिकारी-सह-अपर नगर आयुक्त शशिप्रकाश झा ने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट को उनके प्रत्येक जिम्मेदारी को विस्तार पूर्वक समझाते हुए उनके सवालों के जवाब दिया व शंकाओं को दूर किया. उन्होंने बताया कि सभी दंडाधिकारियों की सही प्रशिक्षण ही चुनाव की सफलता का आधार बनती है.