नयी दिल्ली : होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) ने मंगलवार को कहा कि उसके मानेसर संयंत्र में स्थायी श्रमिकों के साथ उत्पादन का काम फिर शुरू हो गया है. हालांकि, नौकरी से निकाले गये ठेका कर्मचारी अब भी संयंत्र के बाहर आंदोलन जारी रखे हुए हैं. दोपहिया वाहन बनाने वाली जापान की कंपनी होंडा ने अपने इस संयंत्र में नवंबर के पहले हफ्ते में कामकाज बंद कर दिया था. 200 ठेका मजदूरों को काम से निकाले जाने को लेकर श्रमिकों ने हड़ताल कर दी थी. इस कारखाने में 1,900 स्थायी और 2,500 ठेका श्रमिक हैं.
कंपनी में पांच नवंबर से हड़ताल की स्थिति चल रही थी. उस दिन कथित रूप से कंपनी के प्रबंधकों ने कुछ ठेका मजदूरों को प्रवेश नहीं करने दिया था. कंपनी ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने 22 नवंबर को मानेसर संयंत्र में उत्पादन फिर शुरू करने का निर्णय किया. सभी स्थायी कर्मचारियों को 25-28 नवंबर के बीच में चार चरणों में ड्यूटी पर आने के लिए कह दिया गया है. बयान में कहा गया है कि कर्मचारियों के समयबद्ध तरीके से वापस आने का क्रम शुरू हो गया है. इसके चलते उत्पादन शुरू हो गया है. एक बार यह प्रक्रिया पूरी हो जाने पर सामान्य गति से उत्पादन होने लगेगा.
वहीं दूसरी तरफ, कर्मचारी संगठन ने कंपनी प्रबंधन पर आरोप लगाया कि संयंत्र पर काम फिर शुरू करके वह गलत कर रही है. संपर्क करने पर संगठन के एक नेता ने कहा कि कंपनी प्रबंधन ने स्थायी श्रमिकों को एक वचन-पत्र भरवा कर प्रवेश दिया है, जो कंपनी का एक अवैध तरीका है. उन्होंने कहा कि कंपनी ने सभी 2,500 ठेका श्रमिकों को काम से निकाल दिया है. यह सभी संयंत्र के गेट पर धरना दे रहे हैं. हमने आईएमटी चौक से गुड़गांव के लघु सचिवालय तक जूलूस निकालने की भी योजना बनायी है.