पटना : बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्षी दलों के विधायकों ने सदन के बाहर और अंदर जम कर हंगामा किया. वहीं, आरजेडी नेता व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में महाराष्ट्र का मुद्दा उठाने के साथ-साथ कांग्रेस नेताओं पर राजधानी पटना में हुए लाठीचार्ज का मुद्दा उठाते हुए निंदा की. वहीं, कांग्रेसी विधायक सदन में भारी हंगामा करते हुए वेल तक पहुंच गये. विधानसभा अध्यक्ष के समझाने के बावजूद हंगामा शांत नहीं होता देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
जानकारी के मुताबिक, बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्षी दलों के विधायकों ने सदन के बाहर और अंदर जम कर हंगामा किया. सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले सदन के बाहर पोर्टिको में भाकपा-माले के सदस्यों ने एनआरसी के विरोध में विधेयक लाने की मांग करते हुए हंगामा किया. भाकपा-माले सदस्यों ने बिहार में एनआरसी लागू नहीं करने को लेकर सरकार से स्पष्ट करने की मांग की. वहीं, कांग्रेसी विधायकों ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर रविवार को राजधानी में हुए लाठीचार्ज को लेकर प्रदर्शन किया. जबकि, बिहार में बढ़ते प्रदूषण पर काबू पाने के लिए कारगर कदम नहीं उठाये जाने को लेकर कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा मास्क लगा कर सदन पहुंचे. उन्होंने कहा कि प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार कुछ नहीं कर रही है.
इधर, आरजेडी सदस्यों ने नियोजित शिक्षकों के लिए समान काम-समान वेतन की मांग को लेकर शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन प्रदर्शन किया. तेजस्वी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम नियोजित शिक्षकों के साथ हैं. साथ ही तेजस्वी यादव ने सदन में महाराष्ट्र का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आज देश में जनादेश का अपमान हो रहा है. लोकतंत्र की हत्या हो रही है. नेता प्रतिपक्ष ने पटना में कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किये जाने का मुद्दा उठाते हुए निंदा की. तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार का जैसा रवैया है, हम उसकी निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार आवाज उठानेवालों को लाठी-डंडे से दबाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि रविवार को कांग्रेस के विधायकों को राज्यपाल आवास बुलाया गया था. फिर उन्हें सीधे कोतवाली भेज दिया गया. वहीं, कांग्रेसी विधायक भी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का मुद्दा उठाते हुए सदन में भारी हंगामा करते हुए वेल तक पहुंच गये. विधानसभा अध्यक्ष के बार-बार समझाने के बावजूद हंगामा शांत नहीं होता देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.