मुंबई : महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी गयी शुभकामनाओं पर रविवार को शुक्रिया अदा किया. साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को आश्वस्त किया कि वह राज्य के लोगों के लिए कठिन परिश्रम करेंगे.
प्रधानमंत्री ने शनिवार को अजित पवार के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उन्हें बधाई दी थी. इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए पवार ने ट्वीट किया, धन्यवाद माननीय प्रधानमंत्री, हम एक स्थायी सरकार सुनिश्चित करेंगे जो महाराष्ट्र के लोगों के कल्याण के लिए कठिन मेहनत करेंगे. अजित पवार ने कहा, मैं राकांपा में हूं और हमेशा राकांपा में रहूंगा. शरद पवार साहब हमारे नेता हैं. हमारा भाजपा-राकांपा गठबंधन अगले पांच वर्षों के लिए महाराष्ट्र में एक स्थिर सरकार प्रदान करेगा जो राज्य और इसके लोगों के कल्याण के लिए ईमानदारी से काम करेगी. राकांपा के सूत्रों ने बताया कि यह इस बात का संकेत है कि पार्टी सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे अजित पवार भाजपा को समर्थन को लेकर अपने कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं हैं.
60 वर्षीय पवार ने राकांपा के खिलाफ बगावत करके और भाजपा के साथ हाथ मिलाकर महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है. उन्होंने शनिवार का दिन मुंबई में अपने भाई के घर बिताया, जबकि उनके चाचा और राकांपा प्रमुख शरद पवार ने पार्टी की एक बैठक की, जहां राकांपा के अधिकतर विधायक मौजूद थे. अजित पवार रविवार तड़के यहां चर्चगेट के पास अपने निजी आवास पर लौट आये और अपने समर्थकों और पार्टी के कुछ नेताओं से मुलाकात की. सूत्रों ने बताया कि राकांपा नेता दिलीप वालसे पाटिल ने भी अजित पवार से मुलाकात की.
इस बीच, अजित पवार ने अपने ट्विटर प्रोफाइल में भी महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री होने की बात का जिक्र कर दिया है. इन सबके इतर अजित पवार ने अमित शाह, अमृता फडणवीस, रवि किशन, बीएल संतोष, धर्मेंद्र प्रधान, अनुराग ठाकुर, रामदास आठवले, मनसुख मांडविया, विजय रुपाणी, गिरीश बापत, सुरेश प्रभु, गजेंद्र सिंह शेखावत, मुख्तार अब्बास नकवी, सदानंद गौड़ा, जगत प्रकाश नड्डा, पीयूष गोयल, राजनाथ सिंह, स्मृति इरानी, निर्मला सीतारमण, नितिन गडकरी को धन्यवाद कहा है.
इस बीच, देवेंद्र फडणवीस के दोबारा मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद रविवार को मुंबई में भाजपा विधायकों की एक बैठक हुई. पार्टी के सूत्रों ने बताया कि दादर में मुंबई भाजपा कार्यालय वसंत स्मृति में चल रही बैठक में फडणवीस, राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल और केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे समेत पार्टी के कई नेता मौजूद थे. 288 सदस्यीय विधानसभा में, भाजपा सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 145 विधायकों का समर्थन जुटाना होगा. अभी तक इन खबरों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है कि राज्यपाल ने फडणवीस को 30 नवंबर तक विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कहा है. महाराष्ट्र में हुए आश्चर्यजनक उलटफेर में शनिवार को भाजपा के देवेंद्र फडणवीस की मुख्यमंत्री के रूप में वापसी हुई है. यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ जब कुछ घंटे पहले ही कांग्रेस और राकांपा ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार बनाने पर सहमति बनने की घोषणा की थी.