रांची : चुनाव के दौरान जहां एक ओर पुलिस केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के साथ नक्सल और उग्रवाद प्रभावित इलाके के जंगलों में अभियान चला रही है. वहीं दूसरी ओर शुक्रवार की रात नक्सलियों ने लातेहार जिला के चंदवा थाना क्षेत्र के लुकइया गांव के समीप खड़ी पीसीआर वैन पर हमला कर दिया.
इसमें पुलिसकर्मी और होमगार्ड के चार जवान शहीद हो गये. घटना को अंजाम देने के बाद नक्सलियों ने पुलिस और होमगार्ड के जवान से हथियार भी लूट लिया. हमला करने की यह तकनीक नक्सलियों की नयी योजना का परिणाम तो नहीं. इस मामले की सबसे गंभीर बात है कि नक्सली रवींद्र गंझू का दस्ता चंदवा थाना क्षेत्र के शहरी इलाके में पिछले तीन दिनों से सक्रिय था. लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की.
इस कारण रवींद्र गंझू के दस्ता को घटना को अंजाम देने का मौका मिला. मामले में एक और बात यह भी सामने आयी है कि रवींद्र गंझू का दस्ता कुछ दिन पूर्व घटनास्थल से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर भी देखा गया था. उसके खिलाफ जंगल प्रभावित इलाके में अभियान भी चलाया गया था. लेकिन पुलिस और खुफिया विभाग को इस बात की सूचना नहीं थी कि रवींद्र गंझू पुलिस पर कब और कहां हमला कर सकता है. कहीं यह खुफिया तंत्र की विफलता तो नहीं.