मुजफ्फरपुर : बीएमपी-6 को दंगा निरोधी वाहिनी में बदल दिया गया है. 31 दिसंबर तक बीएमपी-6 की चार कंपनी की ट्रेनिंग पूरी हो जायेगी. यह कंपनी बिहार में होनेवाले दंगा व विधि व्यवस्था के खतरे से निबटेगी. दंगा निरोधी दल की ट्रेनिंग का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को लॉ एंडर ऑडर एडीजी अमित कुमार बीएमपी-6 पहुंचे.
उन्होंने दंगा निरोधी वाहिनी के जवानों का हौसला बढ़ाया. साथ ही उन्हें उनके कर्तव्य से अवगत कराया. एडीजी ने करीब 15 मिनट तक बीएमपी-6 के जवानों को संबोधित किया. जवानों को दी जा रही ट्रेनिंग से वे संतुष्ट दिखे. कमांडेंट के कार्यालय का निरीक्षण करने के बाद वे वापस पटना लौट गये. इस मौके पर बीएमपी-6 के डीआइजी क्षत्रनील सिंह, कमांडेंट शैफुल हक व बीएमपी- 15 के कमांडेंट संजय कुमार सिंह मौजूद थे.
एडीजी ने कहा कि बिहार पुलिस में अनुसंधान व विधि व्यवस्था विंग अलग होने के बाद सरकार ने राज्य के तीन बीएमपी को पूरी तरह से दंगा निरोधी वाहिनी में तब्दील करने का निर्णय लिया. इसमें बीएमपी-6 मुजफ्फरपुर, बीएमपी-7 कटिहार व महिला बटालियन सासाराम शामिल है. मुजफ्फरपुर में अबतक दो दंगा निरोधी वाहिनी की ट्रेनिंग पूरी हो गयी है. तीसरे की ट्रेनिंग की प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं. 31 दिसंबर तक बीएमपी-6 की चार दंगा निरोधी वाहिनी पूरी तरह से तैयार हो जायेगी.
— जवानों की वर्दी नेवी ब्लू होगी, अत्याधुनिक हथियार से होंगे लैस