जयनगर : हिरोडीह स्टेशन चौक पर रेलवे के अल्टी मेटम के बाद झुग्गी-झोपड़ी व ठेला खोमचा वालों ने स्वत: अपनी दुकान हटानी शुरू कर दी है. हालांकि स्टेशन चौक पर दुकानों के हटने से जहां एक तरफ सन्नाटा सा दिखने लगा है. वहीं दूसरी तरफ रोजी रोजगार के भी लाले पड़ गये हैं. यहां अवस्थित दर्जनों दुकान से दर्जनों परिवार का भरण पोषण होता था. उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व रेलवे ने अतिक्रमण हटाना शुरू किया था.
मगर बाद में सहमति बनी थी की पर्व त्योहार के बाद दुकानदार स्वत: अपनी दुकान हटा लेंगे. इसे लेकर अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी है. ग्रामीण इलाक होने के कारण जिनकी दुकानें बंद हो रही है उन्हें किराये पर भी दुकान नहीं मिल रही है. ऐसे में उनका रोजी रोजगार ठप हो रहा है. चौक पर के फल विक्रेता सेवाली चौधरी ने सरकार व प्रशासन के रवैये पर रोष जताते हुए कहा कि पिछले 15-20 दिनों से अतिक्रमण हटाने की दहशत चल रही है.
मगर इस दौरान स्थानीय विधायक ने कभी भी लोगों की समस्या जानने का प्रयास नहीं किया. अब चुनाव आ रहा है तो विधायक सहित सभी नेता नजर आयेंगे. मगर जनता भी सब कुछ समझती है. दुकानदार रूपलाल ने भी रोष जताते हुए कहा कि इस बार चुनाव में धोखा देने वाले नेता को सबक सिखायेंगे. झुग्गी झोपड़ियों के बंद हो जाने से गरीबों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न होगी. इसके लिए आखिर जिम्मेदार कौन है.