नयी दिल्ली : रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी को बुधवार को न्यूयॉर्क में मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट के ट्रस्ट में चुना गया. वह संग्रहालय के 150 साल के इतिहास में ट्रस्टी की भूमिका निभाने वाली पहली भारतीय होंगी. म्यूजियम के चेयरमैन डैनियल ब्रोडस्की ने नीता अंबानी के बोर्ड में शामिल होने की घोषणा की और कहा कि भारतीय कला एवं संस्कृति को संरक्षित करने और प्रोत्साहित करने की श्रीमती अंबानी की प्रतिबद्धता वास्तव में असाधारण है. उनके बोर्ड में शामिल होने से म्यूजियम की क्षमताओं में इजाफा होगा. नीता अंबानी का स्वागत करते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है.
इस अवसर पर बोलते हुए नीता अंबानी ने कहा कि पिछले कई वर्षो से यह देखना सुखद रहा है कि भारतीय कलाओं के प्रदर्शन में मेट्रोपॉलिटन म्यूज़ियम ऑफ आर्ट ने दिलचस्पी दिखाई है. म्यूजियम द्वारा वैश्विक मंचों पर भारतीय कला के समर्थन और रूचि ने मुझे प्रभावित किया है. यह हमारी प्रतिबद्धताओं से मेल खाता है. यह सम्मान मुझे भारत की प्राचीन विरासात के लिए मेरे प्रयासो को दोगुना करने में मदद करेगा. श्रीमती अंबानी विशेष रूप से भारत की कला, संस्कृति और विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध हैं. भारत की सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने और उनकी प्रासंगिकता सुनिश्चित करने के कई प्रयास रिलायंस फाउंडेशन करता रहा है.
2017 में भी मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट ने एक खास कार्यक्रम में श्रीमती अंबानी को सम्मानित किया था. यह कार्यक्रम उन हस्तियों के सम्मान में किया जाता है जो कला की दुनिया में विविधता और समावेश को बढ़ावा देते हैं. श्रीमती अंबानी ‘द मेट्स इंटरनेशनल काउंसिल’ की भी सदस्य है. श्रीमती अंबानी को 2017 में रिलायंस फाउंडेशन के काम के लिए भारत के राष्ट्रपति से प्रतिष्ठित राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार मिला था. 2016 में, फोर्ब्स ने श्रीमती अंबानी को एशिया के 50 सबसे शक्तिशाली कारोबारी महिलाओं की लिस्ट में शामिल किया था. वह अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति की सदस्य भी हैं और इस भूमिका को निभाने वाली वे पहली भारतीय महिला हैं.
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