नॉटिंघम यूनिवर्सिटी, यूके में की जा रही एक रिसर्च से जुड़े शोधकर्ताओं के मुताबिक, अगर फंड्स से जुड़ी दिक्कत नहीं आयी तो जल्द ही ऐसा ब्लड टेस्ट उपलब्ध हो सकेगा, जिसके जरिये बॉडी में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण उभरने से पांच साल पहले ही ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका का पता चल सकता है. यह बात शोधकर्ताओं द्वारा इस दिशा में किये जा रहे शोध के आधार पर अभी तक प्राप्त रिजल्ट को देखते हुए की गयी है.
अपने शोध में डॉक्टर्स ने उन 90 मरीजों के ब्लड के नमूने लिये, जिनका ब्रेस्ट कैंसर का इलाज चल रहा है और 90 उन पेशंट्स के ब्लड सेंपल लिये जो पूरी तरह स्वस्थ हैं. अब शोधकर्ता 800 मरीजों के सैंपल लेकर उन्हें नौ अलग-अलग पैरामीटर्स पर टेस्ट कर रहे हैं. ताकि पहले किये गये शोध की एक्यूरेसी को फिर से परखा जा सके और कुछ अलग दिशाओं में भी जांच को आगे बढ़ाया जा सके.