देवघर : झारखंड स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक में वित्तीय वर्ष 2013-14 में 12 करोड़ रुपये के हुए घोटाले की जांच तेज कर दी गयी है. देवघर व जामताड़ा जिले में कुल 14 शाखा में गड़बड़ी हुई थी. इस घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ ने देवघर को-ऑपरेटिव बैंक शाखा से 35 फाइल जब्त की है.
इसमें कैश क्रेडिट व केसीसी ऋण की फाइलें है. तत्कालीन देवघर-जामताड़ा सेंट्रल बैंक के एमडी रामकुमार प्रसाद के कार्यकाल में 14 शाखा में 12 करोड़ रुपये के ऋण का वितरण नियमों के विरुद्ध कर दिया गया था. इस मामले में सीबीआइ जांच चल रही है, साथ ही तत्कालीन एमडी रामकुमार प्रसाद को निलंबित भी कर दिया गया है.
जिन्हें दिया गया कैश क्रेडिट ऋण, उसी को केसीसी ऋण भी: आरोप है कि देवघर जिले के देवघर, जसीडीह, सारवां, मोहनपुर, मधुपुर, सारठ, चितरा, करौं, पालोजारी व जामताड़ा जिले के करमाटांड़, नारायणपुर, कुंडहित व जामताड़ा को-ऑपरेटिव बैंक शाखा में जिन्हें कैश क्रेडिट ऋण दिया गया था. उन्हें केसीसी ऋण भी नियमों के विरुद्ध दे दिया गया.
कैश क्रेडिट का ऋण नियम व शर्तों को पूरा किये बगैर दिये गये. उद्योग व बिजनेस के नाम पर कैश क्रेडिट का ऋण दिया गया था, लेकिन स्थल पर कोई उद्योग व व्यापार की इकाई की स्थापना ही नहीं हुई. कई पैक्स व सोसाइटी को भी क्रैश क्रेडिट ऋण के साथ-साथ केसीसी ऋण दिये गये थे, जिसकी फाइल व लेन-देन के दस्तावेज सीबीआइ को सौंप दिया गया है.