बिसमाज के हर तबके को रन फॉर यूनिटी का हिस्सा बनना चाहिए़ ऐसा कर हम सब सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं. अगर पटेल नहीं होते, तो भारत का वर्तमान स्वरूप नहीं होता़ 31 अक्तूबर का दिन विशेष मायने रखता है, क्योंकि आज ही धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर आधिकारिक तौर पर दो केंद्र शासित प्रदेशों में बंट जायेगा़
एक तरफ संपूर्ण देश सरदार पटेल की जयंती मना रहा होगा़ वहीं आज ही श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि है़ वर्तमान सरकार सरदार पटेल ने 562 रियासतों के एकीकरण करने के उपलक्ष्य में उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. राष्ट्रीय एकता जितना दिल में संजोने की है, उससे ज्यादा प्रदर्शन कि क्योंकि इससे सबों में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत होती है.
मुकेश कुमार मनन, पटना