पटना: बिहार के समस्तीपुर जिले में छठ पर्व के अवसर पर पुलिसकर्मियों के छुट्टी लेने के लिए कथित रूप से अजीबोगरीब शपथ पत्र भरे जाने का मामला प्रकाश में आया है. पुलिस ने मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं. सोशल मीडिया में वायरल हुए छठ पर्व के अवसर पर छुट्टी लेने वाले पुलिसकमियों द्वारा भरे गये उक्त पत्र में लिखा है, ‘‘मैं छठी मैया को साक्षी मानकर शपथ लेता हूं कि मैं स्वयं छठ पिछले साल से करता आ रहा हूं. हे छठी मैया, अगर मैं झूठ बोलकर छुट्टी ले रहा हूं तो उसी समय मेरे बच्चा एवं मेरे समस्त परिवार पर घोर विपत्ति आ जाये.”
समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक विकास वर्मन ने इस तरह का शपथ पत्र लिए जाने की बात से इन्कार करते हुए बुधवार को बताया कि इस मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए उन्होंने पुलिस उपाधीक्षक रैंक के एक अधिकारी को मामले की जांच करने को कहा है कि किसके निर्देश से ऐसे फॉर्म भरे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर इस प्रकार का कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है. ऐसे में कैसे इस प्रकार का शपथ पत्र लिया जा सकता है?
विकास वर्मन ने कहा कि त्योहार के दौरान कानून व्यवस्था को लेकर भारी संख्या में बल की तैनाती के मद्देनजर मुख्यालय द्वारा सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टी रद्द कर दिये जाने पर किसी प्रकार के दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराकर छुट्टी दिये जाने का प्रश्न कहां उठता है. इस बीच, बिहार पुलिस एसोसिएशन ने कहा है कि छठ पर्व के अवसर पर छुट्टी के लिए पुलिसकर्मियों से इस प्रकार शपथ पत्र लिया जाना अधिकारियों की अधीनस्थ कर्मियों की धार्मिक भावना पर हमला और उनकी निष्ठा में अविश्वास को दर्शाता है.
बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने पत्रकारों से कहा कि हमारा व्हाट्सएप ग्रुप नाराजगी के संदेशों से भर गया है. उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार समस्तीपुर में 400 से अधिक पुलिसकर्मी हैं, जिनमें से 10 प्रतिशत से कम को छुट्टी की आवश्यकता हो सकती है. क्या उनका इस तरह का अपमान होना चाहिए? मैं इस संबंध में मुख्यालय के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात करूंगा.