पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को जल-जीवन-हरियाली मिशन को लांच कर दिया. ज्ञान भवन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर बिजली और हर घर नल जल योजना को केंद्र व अन्य राज्यों द्वारा अपनाये जाने के बाद अब जल-जीवन-हरियाली मिशन की शुरुआत की गयी है.तीन साल में 24,524 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. उन्होंने उम्मीद जतायी कि पर्यावरण संरक्षण के लिए किये जाने वाले इस काम में भी बिहार देश व दुनिया के लिए उदाहरण बनेगा. सीएम ने इस दौरान 1359.27 करोड़ की 32 हजार 781 योजनाओं का शिलान्यास और 291.28 करोड़ की 2391 योजनाओं का उद्घाटन किया.
उन्होंने कहा कि इन योजनाओं को मिशन मोड के तहत पूरा किया जायेगा. सीएम ने कहा कि पर्यावरण में असंतुलन आया है. यह देश व दुनिया भर की समस्या है. जलवायु परिवर्तन के कारणों में हमारे राज्य के लोग किसी खराब गतिविधि में शामिल नहीं रहते, फिर भी जलवायु परिवर्तन का सामना करना पड़ रहा है.
जल के दुरुपयोग को लेकर सीएम ने चेताया
कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि हर घर नल का जल मिशन के तहत लोगों को स्वच्छ पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है. 50% निकायों में हर नल का जल पानी पहुंच चुका है. सरकार का लक्ष्य है कि अगले वर्ष तक सभी इच्छुक व्यक्तियों के घर तक पानी पहुंचा दिया जाये.
मगर जहां पीने का पानी पहुंच चुका हैं, वहां लोग उसका उपयोग जानवरों को धोने व सिंचाई में भी करने लगे हैं. ऐसा दुरुपयोग होता रहा तो पानी समाप्त हो जायेगा. इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम भी किया जायेगा.
सार्वजनिक तालाब, आहर, पइन का अतिक्रमण कर लिया गया. पटना में भी जल्ला क्षेत्र हुआ करता था. आबादी बढ़ी तो लोगों ने वहां भी घर बना लिया. ऐसे में समस्या हो होगी ही. सीएम ने घर में बोरिंग करने वालों को भी आगाह किया.
मिशन के तहत 11 मानकों पर किया जायेगा काम
कार्यक्रम में सीएम ने जल जीवन हरियाली मिशन के तहत होने वाली सभी 11 कामों की जानकारी विस्तृत रूप से दी. सीएम ने कहा कि गंगा नदी का पानी गया, नवादा व राजगीर में पहुंचाने का काम किया जायेगा.
बारिश के चार महीनों में वहां पानी अंडरग्राउंड व नहर से भेज कर 12 माह के लिए पानी संचय का काम किया जायेगा. इसके अलावा कृषि क्षेत्र में मौसम अनुकूल खेती, फसल चक्र के लिए कृषि विभाग की ओर से आठ जगहों पर काम कर दिखाया जायेगा. इसके अलावा सौर ऊर्जा के लिए सोलर पैनल आदि उपलब्ध कराना.
दो जगह लखीसराय व भागलपुर में सोलर प्लांट की स्थापना की जायेगी. इसके अलावा आहर, पइन, तालाब को अतिक्रममुक्त करना व उनके जीर्णोद्धार का काम किया जायेगा. नदियों के जल को संचय करने के लिए चैक डैम आदि का निर्माण, रेनवॉटर हावेस्टिंग आदि के काम किये जायेंगे.
12 विभाग तीन वर्षों में पूरी करेंगे योजनाएं
जल-जीवन-हरियाली मिशन में सरकार के 12 विभागों को तीन वर्षों में योजनाएं पूरी करनी होंगी. इस दौरान नौ क्षेत्रों में निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने को 24 हजार 524 करोड़ रुपये के खर्च का प्रस्ताव है. कार्यक्रम में गंगा जल उदबह योजना व जल जीवन हरियाली पर बनी दो लघु फिल्मों को दिखाया गया. एक पुस्तक का भी विमोचन किया गया.
निगरानी के लिए कमेटी
कार्यों की निगरानी के लिए ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार की अध्यक्षता में परामर्शदात्री समिति का गठन किया गया है. इसमें विधायक और विधान पार्षद सदस्य होगे. मुख्य सचिव की ओर से भी योजनाओं की निगरानी की जायेगी.
तीन वर्षों में खर्च होंगे 24,524 करोड़
वित्तीय वर्ष राशि
2019-20 5870 करोड़
2020-21 9874 करोड़
2021-22 8780 करोड़
योजना एक नजर में
- मिशन का गठन व निबंधन होने के साथ कार्यालय बनाया गया
- एक साथ 8500 जगहों में कार्यक्रम किये गये
- राजस्व व भूमि सुधार विभाग की ओर से करायी गयी एरियल फोटोग्राफी में सवा लाख जल संरचनाओं को दिसंबर तक अतिक्रमण मुक्त करना