नयी दिल्ली : हरियाणा में नेता चुनने के लिए भाजपा विधायक दल की बैठक शनिवार को होगी. हालांकि यह केवल एक औपचारिकता होगी क्योंकि पार्टी पहले ही फैसला कर चुकी है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ही राज्य में अगली सरकार का नेतृत्व करेंगे. भाजपा शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा में बहुमत की खातिर ज्यादातर विधायकों का समर्थन जुटाती नजर आयी और खट्टर ने अगली सरकार बनाने का दावा पेश करने से पहले पार्टी नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया.
खट्टर ने कहा कि उन्हें निर्दलीय विधायकों से समर्थन के पत्र प्राप्त हुए है. उन्होंने विश्वास जताया कि वह सदन में अपना बहुमत साबित कर देंगे. पार्टी महासचिव अनिल जैन ने बताया कि केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और भाजपा के महासचिव अरुण सिंह केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में बैठक में शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि पार्टी को ज्यादातर विधायकों का समर्थन हासिल है. इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) का एकमात्र विधायक भी समर्थन कर सकता है.
खट्टर के शनिवार को राज्यपाल से मुलाकात करके सरकार बनाने का दावा पेश करने की संभावना है. शपथ ग्रहण समारोह दीवाली के बाद होने की उम्मीद है. भाजपा के 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में 40 विधायक हैं. हालांकि विधायक गोपाल कांडा के भाजपा को समर्थन देने को लेकर विवाद पैदा हो गया है.
आत्महत्या के लिए उकसाने के दो मामलों में आरोपी कांडा के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चल रहा है. वह इस समय जमानत पर है. भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने अपनी पार्टी से अपने नैतिक मूल्यों को नहीं भूलने की अपील की है. पार्टी महासचिव जैन ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व सभी वास्तविकताओं से अवगत है और बाद में इस पर विचार करेगा.