श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर से बीते पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला किया गया था. इसके साथ ही राज्य को दो हिस्सों में बांटकर उन्हें केंद्रशासित प्रदेश बना दिया गया था. इसी के साथ ये भी फैसला लिया गया था कि कुछ दिनों तक यहां धारा-144 लागू रहेगी और मोबाइल तथा इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगी रहेगी. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने इसके पीछे तर्क दिया था कि अवांछित तत्वों को घाटी में अशांति फैलाने से रोकने के लिए ऐसा किया गया है.
घाटी में सामान्य होते हालात से परेशान आंतकी
इस घटना को दो महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है. घाटी में हालात सामान्य भी होने लगे हैं. फोन तथा इंटरनेट सेवाएं अधिकांश इलाकों में सामान्य कर दी गयी हैं. लेकिन लगता है कि उपद्रवी तत्व कश्मीर में दोबारा सक्रिय हो गए हैं और वहां के लोगों में दहशत पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. केवल घाटी ही नहीं बल्कि बाहर से वहां जाने वाले लोगों को भी निशाना बनाया जा रहा है, विशेष रूप से व्यापारियों को.
सेब से भरे ट्रकों पर की गई भीषण गोलीबारी
हालिया घटना शोपियां जिले के चित्रग्राम की है. यहां आतंकियों ने सेब से भरे दो ट्रकों में भीषण गोलीबारी की जिसमें दो लोगों की मौत हो गयी जबति तीसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है. घायल व्यवसायी का इलाज किया जा रहा है. जम्मू कश्मीर पुलिस ने घटना के संबंध में बयान जारी करते हुए कहा कि गुरूवार की शाम आतंकियों ने दो ट्रकों में भीषण गोलीबारी की. घटना में दो लोगों की मौत हो गयी. जानकारी के मुताबिक, गोलीबारी के बाद आतंकियों ने सेब से भरे ट्रकों में आग भी लगा दी.
Jammu and Kashmir: Two people died while one was left injured after terrorists fired at two trucks near Chitragam of Shopian yesterday. pic.twitter.com/PEnWOQZPjz
— ANI (@ANI) October 25, 2019
राजस्थान के ट्रक ड्राइवर की हुई थी हत्या
हालांकि ये पहला मामला नहीं है जब आतंकियों ने व्यापारियों को निशाना बनाया है. इससे पहले भी आतंकियों ने शोपियां में ही सेब ला रहे राजस्थान के एक ट्रक ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना को शीरमाल गांव के पास अंजाम दिया गया था. जानकारों का अनुमान है कि आतंकी राज्य से बाहर के नागरिकों को इसलिए निशाना बना रहे हैं ताकि वो सरकार के इस दावे को झुठला सकें की राज्य में पर्यटकों के लिए मुफिद हालात हैं.
कुलगाम में सीआरपीएफ काफिले पर हमला
तुलनात्मक तौर पर अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से राज्य में हिंसा की घटनाओं में भारी कमी आई है. यही कारण है कि घाटी में हिंसा फैलाने का मंसूबा पाले आतंकियों में बेचैनी है. बीते बुधवार को भी कुलगाम में आतंकियों ने सीआरपीएफ जवानों की टीम पर हमला कर दिया था. ग्रेनेड से किये गए इस हमले में एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया. प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें श्रीनगर रेफर कर दिया गया था.
हमलावरों की तलाश के लिएसर्च ऑपरेशन
फिलहाल, गुरूवार शाम को घटी घटना के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके में सर्च अभियान शुरू कर दिया जो अभी भी जारी है. इलाके के प्रमुख मार्गों में बैरिकेटिंग कर दी गई है और हर आने-जाने वाले की सघन तलाशी ली जा रही है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही हमलावरों की पहचान कर ली जाएगी.