कोडरमा : उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय सह कोडरमा संतमत सत्संग का छठा वार्षिक अधिवेशन गुरुवार को संपन्न हुआ. लोगों को संबोधित करते हुए पूज्य पाद् आचार्य स्वामी वेदानंद जी महाराज ने कहा कि भक्ति के बिना जीवों का कल्याण नहीं होगा. भक्ति दो प्रकार से की जाती हैं.
एक सार भक्ति, दूसरी आसार भक्ति. सार भक्ति मोक्ष की ओर ले जाता हैं और आसार भक्ति संसार में भरमाता आवागमन के चक्कर में अटका देता है. जीव चौरासी में फंस जाता है, इन्द्रियों के द्वारा जो भी भक्ति करते हैं वह असार भक्ति है. सच्चे सतगुरु से युक्ति जान कर परमात्मा की भक्ति करे परम कल्याण होगा. मौके पर आचार्य स्वामी योगानन्द जी महाराज, स्वामी रविन्द्र बाबा, ब्रह्मचारी रतन आदि संत मौजूद थे. मंच संचालन स्वामी रमण बाबा ने किया.