सीवान: बिहारके दरौंदा विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में जदयू को झटका लगा है. इससीट पर निर्दलीय प्रत्याशी कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह ने जदयू के अजय कुमार सिंह को 27279 वोट से हराकर जीत दर्ज की. आर्थिक एवं सामाजिक रुप से समृद्धि होने के कारण कर्णजीत सिंह उफ व्यास सिंह के परिवार का दबदबा सीवान की राजनीति में शुरू से ही रहा है. व्यास सिंह के दादा स्व. रामदरस सिंह एवं पिता स्व. बच्चा सिंह एक किसान थे. जमीन अधिक होने तथा आर्थिक रूप से संपन्न होने के कारण हाथी रखने की परंपरा को परिवार के लोगों ने अभी तक कायम रखा है.
व्यास सिंह के परिवार की राजनीतिक पकड़ पहले से ही है. इनके बड़े पिता दीनानाथ सिंह कई बार निर्विरोध नगर पार्षद चुने गयें हैं. बच्चा सिंह के चार पुत्रों में दुसरे पुत्र व्यास सिंह परिवार के राजनीति विरासत को आगे बढ़ाते हुय दो बार नगर पर्षद के उप सभापति निर्विरोध चुने गये. भाजपा के समर्थन पर इन्होंने 2009 में एमएलसी का चुनाव लड़ा. लेकिन, कामयाबी नहीं मिली. इसके बाद इन्होंने भाजपा के संगठन को मजबूत करने में अपनी अहम भूमिका निभायी.
भाजपा ने इन्हें जिला उपाध्यक्ष पद की जिम्मेवारी सौंपी थी. पार्टी में जमीनी रूप से जुड़े होने के कारण ही दरौंदा विधानसभा उपचुनाव में एनडीए का बागी प्रत्याशी होने के बाबजूद कार्यकर्ताओं ने मदद कर जीत दिलायी. जिले की राजनीति में इस परिवार का शुरू से ही राजनीतिक दबदबा रहा है. बतौर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दरौंदा विधानसभा उपचुनाव में जीत का परचम लहराकर इस दबदबा को व्यास सिंह ने सही साबित कर दिया है.