जमुई:बिहारमेंजमुई जिले के खैरा प्रखंड में निगरानी विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार को खैरा अंचल निरीक्षक को दस हजार रुपया घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले गयी है. दरअसल, खैरा प्रखंड के रायपुरा गांव निवासी नवीन कुमार ने शिकायत की थी कि अंचल निरीक्षक (सीआई) मो. नजीम अख्तर ने दाखिल खारिज करने के लिए घूस के रूप में दस हजार रुपया की मांग किया है. जिसके बाद पटना से निगरानी विभाग की टीम जमुई पहुंची तथा गुरुवार को सीआई को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
इस बाबत जानकारी देते हुए विजिलेंस डीएसपी एसके मउआर ने बताया कि नवीन कुमार ने शिकायत किया था कि अंचल निरीक्षक ने दाखिल खारिज के लिए उससे दस हजार रुपये की मांग की है. जिसके बाद हमने उसके इस शिकायत की जांच करवाई. शिकायत सही पाये जाने पर विजिलेंस की टीम खैरा बाजार स्थित सीआई मो. नजीम अख्तर के एक निजी कार्यालय पहुंच कर निगरानी में जुट गयी थी.
आवेदक नवीन से सीआई नजीम अख्तर को पैसे लेते ही रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बताया कि धावा दल में डीएसपी राजेंद्र प्रसाद, निरीक्षक विंध्याचल प्रसाद, निरीक्षक एमके जायसवाल सहित कुल नौ लोग शामिल थे. उन्होंने यह भी बताया कि गिरफ्तार अंचल निरीक्षक को विजिलेंस की टीम पटना ले जा रही है, जहां उस पर आरोप गठन किया जायेगा और मामला दर्ज किया जायेगा.
दो दिन से लगातार योजना बना रही थी विजिलेंस की टीम
बताते चलें कि अंचल निरीक्षक को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए विजिलेंस की टीम बीते दो दिन पहले ही पहुंच गयी थी और सर्किट हाउस में रहकर उनके ऊपर ध्यान रख रही थी. इस दौरान विजिलेंस की टीम अंचल निरीक्षक के गतिविधि पर ध्यान रख रही थी. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. डीएसपी एसके मउआर ने बताया कि हमें सूचना दिए जाने के बाद हम जमुई पहुंचे तथा अंचल निरीक्षक को पकड़ने के लिए लगातार दो दिनों से कोशिश कर रहे थे. जिसके बाद हमें गुरुवार को सफलता मिली. अंचल निरीक्षक की गिरफ्तारी के बाद भ्रष्ट अफसरों में भय का माहौल है.